देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (finance capital mumbai) कोरोना (Coronavirus) की चपेट में है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक मरीज इसी शहर में हैं। तो वहीं मुंबई का धारावी (dharavi) इलाका भी कोरोना का हॉटस्पॉट बन कर सामने आया है। लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि धारावी में यह पाया गया है कि ज्यादातर कोरोना पीड़ित 21 से 40 वर्ष की उम्र के बीच के हैं, यानी युवा हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ गई है।
मुंबई में रविवार को 441 नए कोरोना रोगी पाए गए। जिसमें धारावी के 94 मरीज भी शामिल हैं। इसके बाद अब धारावी में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ कर 590 हो गई है।
अब तक यही कहा जाता था कि कोरोना की चपेट में बुजुर्ग अधिक आ रहे हैं लेकिन धारावी के मामले को देखते हुए यह गलत साबित हो रहा है। धारावी में सबसे अधिक संख्या में युवा ही कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, धारावी में 21 साल से 39 साल और 31 साल से 40 साल के बीच के 86 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। साथ ही 4 साल से 50 साल के 85 लोग और 51 साल से 60 साल के बीच वाले 53 लोग इस वायरस से पीड़ित हुए हैं। इसके अलावा 10 और 20 वर्ष की आयु के 6 बच्चे भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं।
नाम न छापने की शर्त पर इसका कारण बताते हुए एक अधिकारी ने कहा कि, अधिकतर युवा तालाबंदी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। इसलिए ये कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
नगरपालिका सहित अन्य प्रशासनिक स्तर पर भी सभी से बार-बार घर से बाहर न निकलने और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील की जाती है। हालांकि, युवाओं द्वारा इसकी अनदेखी की जा रही है और युवा कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं।