अगर रीढ़ की हड्डी के दर्द से हैं परेशान तो अपनाएं ये घरेलू उपाय, तुरंत मिलेगा आराम

मनुष्य के शरीर के हर अंग की अपनी विशेषता है। यदि इसमें से कोई भी एक खराब हो जाता है या उसमें किसी तरह की समस्या होती है तो उसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है। आजकल बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या होती हैं।


डेस्क। मनुष्य के शरीर के हर अंग की अपनी विशेषता है। यदि इसमें से कोई भी एक खराब हो जाता है या उसमें किसी तरह की समस्या होती है तो उसका असर पूरे शरीर पर पड़ता है। आजकल बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या होती हैं। इस समस्या के कारण इंसान को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इससे इंसान की सेहत खराब हो जाती हैं। आज इसी विषय में जानने की कोशिश करेंगे कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे के बारे में जिस नुस्खे से आप रीढ़ की हड्डियों का दर्द दूर हो सकते हैं। तो आइये इसके बारे में जानते हैं विस्तार से।

रीढ़ की हड्डी का दर्द क्या है?
जब रीढ़ की हड्डी के जोड़ों, मांसपेशियों, डिस्क और नसों में कोई एक अपनी जगह पर फिट ना हो पाए या ठीक तरीके से हिल ना पाए, तो यह रीढ़ की हड्डी में दर्द होने का सबसे आम कारण होता है। रीढ़ की हड्डी का दर्द पीठ के निचले हिस्से से लेकर गर्दन तक कहीं भी महसूस हो सकता है।
- यदि आपके रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या होती हैं तो आप मेथी को रात के समय पानी में भिंगो दें और सुबह उस पानी का सेवन करें। इससे रीढ़ की हड्डियों का दर्द दूर होगा और इससे आपके शरीर में एनर्जी आएगी और आपका शरीर स्वस्थ रहेगा।

-अगर आपके रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या होती हैं तो आप विटामिन सी युक्त आहार का सेवन करें। क्यों की कभी कभी शरीर में जब विटामिन सी की कमी हो जाती हैं तो रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या बनी रहती हैं। इसलिए आप इसका सेवन करें।
-शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने से भी रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या होती हैं। इसलिए आप रोजाना भरपूर पानी का सेवन करें। इससे रीढ़ की हड्डियों में दर्द की समस्या नहीं होगी।

ये भी जानें
- कंप्यूटर पर अधिक देर तक काम करने वालों को कम्प्यूटर का मॉनीटर सीधा रखना चाहिए।
- कुर्सी की बैक पर अपनी पीठ सटा कर रखना चाहिए। थोड़े-थोड़े अंतराल पर उठते रहना चाहिए।
- फिजियथेरेपी द्वारा गर्दन का ट्रैक्शन व गर्दन के व्यायाम से आराम मिल सकता है।

- व्यायाम इस रोग से बचाव के लिए आवश्यक है।
- देर तक गाड़ी चलाने की स्थिति में पीठ को सहारा देने के लिए तकिया लगाएं।
नोट: दर्द अधिक होने पर चिकित्सक की सलाह से दर्द निवारक दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है। फिजियथेरेपी द्वारा गर्दन का ट्रैक्शन व गर्दन के व्यायाम से आराम मिल सकता है।
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