अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता सेलिना जेटली हाल ही में एक लघु फिल्म 'सीजंस ग्रीटिंग्स : ए ट्रिब्यूट टू रितुपर्णो घोष' में दिखाई दी थीं। उन्होंने कहा कि यद्यपि एक ओर शिक्षित समाज विशेष रूप से युवा पीढ़ी एलजीबीटीक्यू समुदाय को स्वीकार करती जा रही है। ऐसे सामाजिक परिवर्तन तब तक मुश्किल होते हैं जब तक कि समुदाय में इसके बारे में अज्ञानता दूर न हो जाए।उनकी यह लघु फिल्म एलजीबीटीक्यू समुदाय की सामाजिक स्वीकृति के मुद्दे पर है। यह फिल्म राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक दिवंगत रितुपर्णो घोष को एक श्रद्धांजलि है।यूनाइटेड नेशंस इक्विलिटी चैंपियंस होने के नाते सेलिना ने आईएएनएस को बताया, "एलजीबीटी समुदाय के बारे में अभी भी समझ की कमी है।