भारतीय सिनेमा के जाने-माने अभिनेता रहे बलराज साहनी के सिनेमा में दिए योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. उनका बचपन का नाम युधिष्ठिर साहनी था. उनका जन्म 1 मई 1913 को ब्रिटिश भारत के रावलपिंडी में हुआ था. बलराज साहनी ने काबुलीवाला, दो बीघा जमीन, छोटी बहन, गर्म हवा जैसी कई शानदार फिल्मों में काम किया. वह बेबाकी से राय रखने में जाने जाते थे.
बता दें कि बलराम साहनी एक समय इंडियन पीपुल्स थियेटर एसोसिएशन के सदस्य थे. बलराज साहनी ने अपनी आत्मकथा मेरी फिल्मी आत्मकथा में एक घटना का जिक्र किया. उन्होंने बताया कि रिहर्सल के दौरान मुझे बुलावा आया कि कम्युनिस्ट पार्टी को मुंबई के परेल ऑफिस से निकाला जा रहा है और उसके विरोध में एक जुलूस के लिए उनकी जरूरत है.
ऐसे में बलराज साहनी अपनी पत्नी को लेकर परेल पहुंचे जहां उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और वह जुलूस में शामिल हो गए. कुछ दूरी बाद पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया, फायरिंग भी हुई. इसके बाद बलराज साहनी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वह लगभग 1 साल तक जेल में रहे.
उस दौरान वह कई फिल्में कर रहे थे. इसीलिए निर्माताओं के निवेदन की वजह से उन्हें जेल से सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक फिल्मों में काम करने के लिए छूट मिल जाती थी. इस दौरान वह फिल्मों की शूटिंग किया करते थे. बता दें कि बलराज साहनी का 13 अप्रैल 1973 को निधन हो गया.