जिनसे वैज्ञानिक हैरान है दरअसल कोरोना वायरस लगातार अपना प्रकार और लक्ष्ण बदल रहा है पिछले दिनों अमेरिका की सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने चेताया था कि जो लक्षण पूर्व में बताए गए थे उनके अलावा भी मरीजों में कुछ लक्षण देखे जा रहे हैं वैज्ञानिकों का कहना था जिन लक्षणों के प्रति हर किसी को सजग रहना चाहिए।
वही कनाडा में कुछ ऐसे मामले आए हैं जिनमें कोरोना संक्रमित मरीजों के पांव में नीले बैंगनी रंग के निशान देखे गई थी अब कोरोना को लेकर नई बात सामने आई है अमेरिका और यूरोपीय देशों में कोरोना काल में एक दुर्लभ बीमारी फैल रही है इसमें बच्चों के शरीर में खून पहुंचाने वाली रक्त धमनियों में सूजन आ जाती है ज्यादा डॉक्टर संक्रमण को इसी की वजह मान रही हैं कम से कम 6 देशों में ऐसी दुर्लभ बीमारी के 100 मामले देखे गए हैं इसे कावासाकी से मिलता-जुलता माना जा रहा है।
इस बीमारी का पहला मामला पिछले दिनों लंदन में सामने आया था यहां के स्वास्थ्य विभाग ने सभी बाल रोग विशेषज्ञों को चेतावनी भेजते हुए कहा था कि ऐसे बच्चे आईसीयू में है जिनमें कावासाकी नामक बीमारी देखी गई है इसमें रक्त वाहिका और हृदय और अन्य अंगों में सूजन आ जाती है ब्रिटेन में अब तक 19 बच्चों में इस बीमारी के लक्षण देखे गए हैं।
इसके अलावा ऐसा ही मामला फ्रांस में भी सामने आया है जिसकी जानकारी स्वास्थ्य मंत्री ओलिवर बेरा ने दी है उनके मुताबिक देश में एक दर्जन ऐसे बच्चे अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं जिनके दिल के आसपास सूजन पाई गई है हालांकि उन्होंने कहा कि से कोरोना से जोड़ने के लिए ज्यादा सबूत फ़िलहाल मौजूद नहीं है लेकिन कोरना संकट में इन लक्षणों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
इस तरह के मामले स्पेन ,इटली और स्विट्जरलैंड में भी देखने को मिल रहे हैं इसके लक्षणों में बुखार पाचन में समस्या और वही को में सूजन शामिल है खास बात यह है कि यह इस तरह के लक्षण किसी एक उम्र के बच्चों में दिखाई नहीं दे रहे हैं बल्कि इसमें हर उम्र के बच्चे शामिल हैं।