मशहूर निर्देशक मीरा नायर ने बताई इरफान खान से मिलने की यह कहानी

न्यूयॉर्क। निर्देशक मीरा नायर की फिल्म 'द नेमसेक' में इरफान खान द्वारा निभाए गए किरदार को उनके महत्वपूर्ण कामों में से एक माना जाता है। बुधवार को 54 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में अभिनेता इरफान खान का निधन हो गया। नायर ने प्रशंसकों के साथ अभिनेता से मिलने की कहानी साझा की है। नायर अपनी फिल्म 'सलाम बॉम्बे' के लिए प्रतिभा की तलाश में जुटी थीं और इसी दौरान वह दिल्ली के राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय पहुंची। वहां उनकी मुलाकात 18 साल के लंबे और ध्यानाकर्षित करने वाले एक युवक से हुई। द न्यूयॉर्क टाइम्स से फोन पर बातचीत के दौरान निर्देशक ने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि अभिनेता उस समय 18 साल के थे और उनके पास एक अद्भुत चेहरा था और सबसे ज्यादा दिलचस्प बात थी कि वह काम को लेकर बेहद केंद्रित थे। काफी कुछ गौर करते थे और खुले दिल के थे, कोई घमंड नहीं था। नायर ने कहा कि अभिनेता उनके आग्रह पर नाट्य विद्यालय छोड़ उनके साथ दो-तीन महीने के लिए मुंबई आ गए।

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निर्देशक यहां एक फ्लैट में अन्य सिनेमेटोग्राफर और सड़क के कुछ बच्चों के साथ रहती थीं। इस फिल्म में पहले वह एक गिरोह के सरगना सलीम का किरदार अदा करने वाले वाले थे लेकिन बाद में उन्हें एक ऐसे पत्रकार का किरदार दिया गया जो फिल्म में एक बच्चे के लिए उसकी मां को पत्र लिखता तो है लेकिन उसे भेजता नहीं है। इस फिल्म में यह किरदार काफी छोटा था। पहले जो किरदार उन्हें दिया जाने वाला था, वह लंबाई के हिसाब से उनके लिए नहीं जंचा था। नायर ने कहा कि अभिनेता को यह बताना बुरा तो था लेकिन वह यह बात समझ गए और दोनों इसके बाद दोस्त बन गए। इस फिल्म के 16 साल बाद नायर ने ' द नेमसेक' में खान को मुख्य भूमिका में लिया। यह फिल्म झुम्पा लाहिड़ी की इसी नाम से आई किताब पर बनी थी। इस फिल्म में इरफान (अशोक) के बेटे का किरदार अदा करने वाले कल पेन ने भी अभिनेता को श्रद्धांजलि दी है। नायर एक साल पहले अभिनेता से अंतिम बार लंदन में मिली थीं।

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