इरफान खान की 54 साल की उम्र में कल मृत्यु हो चुकी है आपको बता दें कि इसने दुनिया को छोड़ दिया लेकिन कई फैंस को रुला गए हैं, 2018 में इनको न्यूरोएंडोक्राइन टयूमर होने का पता चला और अब कोलोन इंफेक्शन की वजह से इनकी मौत हुयी हैं, उनकी जवानी और कैरियर के दिनों में वह एक क्रिकेटर बनना चाहते थे लेकिन 600 रुपए की कमी के कारण यह नहीं हो पाया।
इरफान खान को क्रिकेट टूर्नामेंट सीके नायडू ट्रॉफी के लिए चुना गया था लेकिन इनके पास 600 रुपए प्रवेश करवाने के लिए नहीं थे और इसी के साथ ही इनका क्रिकेटर बनने का सपना भी पूरा पूरा टूट गया।
इरफान खान ने 2014 में क्रिकेट के प्रति प्यार के बारे में बताया था इनकी बहन की बात करें तो इन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में दाखिल करने के लिए 300 रुपए दिए जहा से इसने करियर बनाया।
एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया था कि मैं क्रिकेटर बनना चाहता था और अपनी टीम का सबसे युवा खिलाड़ी था, सीके नायडू ट्रॉफी के लिए मुझे चुना गया मुझे पता चल गया था कि मेरी मदद कोई नहीं कर सकता और फिर मैंने क्रिकेट को छोड़ दिया और 300 रुपए लेकर मेरी बहन से मैंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा ज्वाइन किया।
इरफान खान ने बताया कि क्रिकेट को अलविदा कहना सोच समझकर फैसला लिया था क्योंकि पूरे देश के लिए 11 खिलाड़ी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाते हैं जबकि अभिनेताओं की बात करें तो इनकी कोई लिमिट नहीं होती जितना आप मेहनत करोगे उतना आगे बढ़ पाओगे।"