बॉलीवुड के बेहतरीन अभिनेता इरफान खान भले ही अब हमारे बीच नहीं है लेकिन उनका निभाया हर किरदार हमेशा ही सभी के जहन में जिंदा रहेगा । इरफान खान जब भी सिल्वर स्क्रीन पर आए, उन्होंने अपने बेमिसाल अभिनय से एक ऐसा जादू किया कि उनका मामूली से मामूली किरदार भी दमदार बन गया । इरफान खान ने अपनी फिल्मों के जरिए लोगों को हंसाया भी है और रुलाया भी । इरफान खान के अभिनय को जो खास बनाता था वो थी उनकी बोलती हुई आंखें और जबरदस्त डायलॉग डिलीवरी । बॉलीवुड हंगामा पर हम आपके लिए लेकर आए हैं उनके कुछ ऐसे ही जबरदस्त डायलॉग्स जो उन्हें हमेशा हम सबके बीच जिंदा रखेंगे ।
फ़िल्म- हैदर
डायलॉग- "दरिया भी मैं, दरख्त भी मैं, झेलम भी मैं चिनार भी मैं, दैर हूं हरम भी हूं, शिया भी हूं सुन्नी भी हूं, मैं हूं पंडित, मैं था, मैं हूं और मैं ही रहू्ंगा ।"
फ़िल्म- हिंदी मीडियम
डायलॉग- "एक फ्रांस बंदा, जर्मन बंदा स्पीक रॉन्ग इंग्लिश, वी नो प्रॉब्लम, एक इंडियन बंदा से रॉन्ग इंग्लिश, बंदा ही बेकार हो जाता है जी ।"
फिल्म- तलवार
डायलॉग- "किसी भी बेगुनाह को सज़ा मिलने से अच्छा है दस गुनहगार छूट जायें"
फ़िल्म- मदारी
डायलॉग- "तुम मेरी दुनिया छीनोगे, मैं तुम्हारी दुनिया में घुस जाउंगा ।"
फ़िल्म- जज्बा
डायलॉग- "मोहब्बत थी इसलिए जाने दिया, जिद होती तो बांहो में होती"
फ़िल्म- पान सिंह तोमर
डायलॉग- "बीहड़ में बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में ।"
फ़िल्म- लाइफ इन मेट्रो
डायलॉग- "ये शहर हमें जितना देता है, बदले में कहीं ज्यादा हम से ले लेता है ।"
फ़िल्म- पीकू
डायलॉग- "डेथ और शिट, किसी को, कहीं भी, कभी भी, आ सकती है ।"
फ़िल्म- डी-डे
डायलॉग- "गलतियां भी रिश्तों की तरह होती हैं, करनी नहीं पड़ती, हो जाती है ।"
फ़िल्म- द किलर
डायलॉग- "बड़े शहरों की हवा और छोटे शहरों का पानी, बड़ा खतरनाक होता है ।"
फ़िल्म- चॉकलेट
डायलॉग- "शैतान की सबसे बड़ी चाल ये है कि वो सामने नहीं आता ।"
फ़िल्म- द लंच बॉक्स
डायलॉग- "आई थिंक वी फॉरगेट थिंग्स इफ देयर इज नो बॅडी टू टेल देम ।"