सरकार ने महाराष्ट्र के उन इंडस्ट्री क्षेत्रों में काम करने की अनुमति दी थी जहां कोरोना का एक भी केस नहीं है महाराष्ट्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन द्वारा आधिकारिक बयानों के मुताबिक 20 अप्रैल को प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद 15846 इंडस्ट्रियल यूनिट्स ने मैन्युफैक्चरिंग और प्रोसेसिंग गतिविधि शुरू करने के लिए आवेदन किया है एक रिपोर्ट के मुताबिक बयान में कहा गया है कि इन सभी आवेदकों ने स्वप्रमाणित घोषणा उपक्रम प्रस्तुत किए हैं कि वे राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निर्धारित नियमों का पालन करेंगे।
इनमें से 4500 इकाइयों में गतिविधि उत्पादन गतिविधि शुरू हो गया है इन इकाइयों के अनुसार पहले 323613 श्रमिकों को काम पर रखा था इनमें से 90 हजार फिर से शुरू ड्यूटी कर दी है कुल 25 वाहन इन श्रमिकों को कार्यस्थल लाने और ले जाने के लिए तैनात किया गया है और यह वाहन पूरी तरह से मानदंडों का पालन करते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी भी टीम के सदस्यों को कोरोना का कोई लक्षण नहीं है मुंबई, पुणे, नागपुर ,नासिक औरंगाबाद से काम बहाली के लिए आवेदन प्राप्त हुई हैं एक रिपोर्ट के अनुसार 20 अप्रैल से ढील दिए जाने के पहले चरण में कोंकण, पुणे ,नाशिक ,औरंगाबाद ,अमरावती और नागपुर डिवीजन में विनिर्माण और प्रसंस्करण इकाइयों को मंजूरी दी गई थी इनमें आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन करने वाले 1966 उद्योग और 156 प्रोसेस शामिल थी जो 24 into 7 चलती है।
महाराष्ट्र में कुल 36,623 रजिस्टर्ड फैक्ट्री है जिन इकाइयों में उत्पादन फिर से शुरू किया है उनमें हिंदुस्तान लीवर ,जेएसडब्ल्यूस्टील ,पास्को स्टील ,उत्तम गाल्वा , अंबुजा सीमेंट ,अल्ट्राटेक, गोल्डन फाइबर और केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड शामिल है एमआईडीसी ने कहा है कि कई अन्य के जल्दी शुरू होने की उम्मीद है।