नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान ने आईएएनएस के साथ अपनी आखिरी बातचीत में जिंदगी को और खुलकर जीने की इच्छा जताई थी और साथ ही यह भी कहा था कि एक बार पूरी तरह से स्वस्थ हो जाने पर स्वास्थ्य ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी।
इरफान ने हमें ठीक होने के दौरान बताया था कि वह काम पर वापस लौटने को लेकर बैचेन नहीं हैं, बल्कि वह फिट व स्वस्थ होने के बारे में चिंतित हैं।
इरफान ने कहा था, काम मेरे लिए कभी भी चिंता का विषय नहीं रहा है। मैं ठीक होने व अपने प्रति सहज होने के लिए बैचेन हूं।
साल 2018 में इरफान को अपनी दुर्लभ बीमारी न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर के बारे में पता चला, जिसके बाद उन्होंने अमेरिका में अपना इलाज भी कराया। इरफान ने कहा था कि इस बीमारी के साथ संघर्ष करते हुए उन्हें जिंदगी का एक नया अर्थ मिला है। स्थिति के बारे में उनका यह विश्लेषण आने वाले समय का ही एक संकेत था।
इरफान ने कहा था, अनावश्यक चिंताएं गायब हो गई हैं। हम चिंताओं में रहकर अपनी जिंदगी बिता देते हैं। यह हो जाए, फिर मजे करूंगा, लेकिन अगर आज आप जिंदगी का आनंद नहीं लेंगे, तो यह पल कभी दोबारा लौटकर नहीं आएगा।
हाल ही में फिल्म अंग्रेजी मीडियम के साथ अभिनय की दुनिया में लौटे इरफान का तब भी उपचार चल रहा था। यह साल 2017 में आई उनकी हिट फिल्म हिंदी मीडियम का सीक्वेल है। साल 2018 में फिल्म कारवां के रिलीज के बाद से वह बड़े पर्दे से दूर थे, इसी साल उनमें इस बीमारी के होने का पता चला था।
संयोगवश इरफान की आखिरी फिल्म ही सिनेमाघरों में हाल में रिलीज हुई अंतिम फिल्म है क्योंकि इसके बाद कोविड-19 महामारी के चलते देश भर में लगाए गए लॉकडाउन की वजह से सारे सिनेमाघर व मॉल्स इत्यादि बंद कर दिए गए हैं।
बड़े पर्दे पर इरफान की कमी हमेशा दर्शकों को खलती रहेगी, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो पाएगी।
-आईएएनएस