मुंबई। बॉलीवुड में संजीदा अभिनय के लिये मशहूर इरफान खान ने अपने जीवन के अंतिम क्षणों में अपनी मां को याद करते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
इरफान दो साल से न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रहे। यह एक प्रकार का कैंसर है जो शरीर के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित करता है। इरफान को तबीयत बिगड़ने के बाद मंगलवार को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी आंतों में संक्रमण की दिक्कत हुई थी। इरफान पिछले साल ही लंदन में इलाज करवा कर स्वदेश लौटे थे।
कुछ दिनों पहले ही इरफान की मां का देहांत हुआ था लेकिन लॉकडाउन के कारण वो उनके अंतिम दर्शन के लिए भी नहीं जा पाए थे। इरफान ने वीडियो कॉल के जरिए अपनी मां को आखिरी बार देखा था।
ऐसा बताया जाता है कि इरफान अपनी मां के बेहद करीब थे और उन्हें बहुत प्यार करते थे। उनकी मां का जाना उन्हें कहीं न कहीं बेहद दुखी कर रहा था। बताया जा रहा है कि अपने आखिरी वक्त में इरफान ने अपनी पत्नी सुतापा से कहा कि उनसे मिलने मां आई हैं। देखो वो मेरे साथ बैठीं हैं, अम्मा मुझे लेने आई हैं.इरफान की बात सुनकर उनकी पत्नी रोने लगी थीं और यही वो शब्द थे जिनके बाद इरफान इस दुनिया को अलविदा कह गये।
इरफान खान के निधन से टोंक में गम का माहौल
मशहूर अभिनेता इरफान खान का राजस्थान के टोंक से गहरा नाता रहा है और उनके निधन के बाद यहां उनके रिश्तेदारों में गम का माहौल है। इरफान खान के मामा हाकिम बुकरात ने बताया कि इरफान का बचपन टोंक में गुज़रा है।
उनकी मां एवं वालिद टोंक के रहने वाले थे जो बाद में जयपुर में रहने लगे। इरफान अक्सर टोंक आया करते थे। इरफान नवाब खानदान से ताल्लुक रखते थे। टोंक के अंजुमन खानदान- ए -अमिरिया ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।
उन्होंने बताया कि इरफान की मां के निधन की खबर के बाद ही इरफान की तबीयत बिगड़ी थी। इसके बाद मुंबई के कोकिला बेन हॉस्पिटल में उन्हें भर्ती कराया गया। इरफान के निधन की खबर लगते उनके रिश्तेदारों एवं प्रशंसकों दुख की लहर दौड़ गई और गम का माहौल है।
इरफान खान को पतंगबाजी का था शौक
फिल्म अभिनेता इरफान खान को पतंगबाजी का बहुत शौक था और वह जयपुर में लोगों के साथ पतंग उड़ाते थे। पतंगबाजी के अवसर पर जब भी जयपुर में होते वह लोगों को अपने घर की छत पर बुला लेते और खूब पतंग उड़ाते थे। जयपुर के थिएटर से बॉलीवुड और हॉलीवुड में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले इरफान की मां सईदा बेगम का रमजान के पहले दिन ही इंतकाल हुआ है।
लॉकडाउन के चलते इरफान अपनी मां के इंतकाल के बावजूद मुंबई से जयपुर नहीं आ सके लेकिन मां अंतिम सांस तक अपने लाडले की सलामती की दुआएं मांगती रही। इरफान के भाई सलमान ने बताया कि 95 साल की मां की अंतिम इच्छा थी कि इरफान भाई जल्द से जल्द स्वस्थ होकर घर लौटें। इरफान ने शनिवार को मुंबई से वीडियो कॉल के जरिए ही अपनी मां के अंतिम दर्शन किए थे। इरफान मूल रूप से टोंक के रहने वाले थे। उनके पिता कारोबार के लिए जयपुर में रहने लग गए।