कोरोना संक्रमितों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा वेरी माइल्ड कोविड-19 मामलों में होम आइसोलेशन को लेकर गाइडलाइन्स जारी करने के बाद जिले में भी इसका असर दिखने लगा है। कोरोना संक्रमितों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। डॉक्टरों की जांच के बाद यह स्पष्ट होता है कि संक्रमित व्यक्ति में किस तरह का संक्रमण है । संक्रमण को चार भागों में बांट फिलहाल मरीजों का इलाज किया जा रहा है। जिसमें वेरी माइल्ड, माइल्ड, मॉडरेट एवं सीवियर कोविड-19 संक्रमण शामिल है।
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माइल्ड मामलों के लिए कोविड केयर सेंटर, मॉडरेट के लिए डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर एवं सीवियर कोविड-19 संक्रमण मामलों के लिए डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था की गई है। वेरी माइल्ड मामलों के लिए होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है। सिविल सर्जन डॉ. जनार्दन शर्मा ने बताया कि जिला सर्विलांस पदाधिकारी द्वारा सत्यापित करने के बाद ही होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्ति को आइसोलेशन से मुक्त किया जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति में कोरोना के किसी भी प्रकार का लक्षण नहीं होना चाहिए। पुष्टि लैब टेस्ट की रिपोर्ट को नेगेटिव आने के बाद ही संभव है। संक्रमित होम आइसोलेशन के दौरान बरतें निम्न सावधानियां:
- आठ-आठ घंटे पर ट्रिपल लेयर मेडिकल डिस्पोजेबल मास्क का हमेशा इस्तेमाल करें
- मरीज पर्याप्त मात्रा में आराम करें व प्रचुर मात्रा में पानी पीएं
- लगभग 40 सेकंड तक साबुन एवं पानी से हाथ धोएं व सैनीटाइजर का प्रयोग करें
-निजी सामान किसी दूसरे के साथ साझा न करें
- जिन सतहों एवं चीजों को छुते हों उसे नियमित तौर पर हाइपो-क्लोराइट से डिश-इन्फेक्ट करें
- अपना ख्याल खुद रखें एवं अपने शारीरिक तापमान को प्रतिदिन मॉनिटर भी करते रहें।
Posted By: Jagran
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