Irrfan Khan: 'बीहड़ में तो बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में', यहां पढ़िए इरफान खान के 10 मशहूर डायलॉग्स

अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) का 54 साल की उम्र में बुधवार को निधन हो गया। बीते रोज इरफान खान की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लंबे समय तक ब्रेन कैंसर से लड़ रहे इरफान पिछले साल ही लंदन में इलाज करवा कर भारत लौटे थे। बीमारी से उबर कर उन्होंने फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' जरिए कमबैक किया था। इरफान खान द्वारा फिल्मों में बोले गए डॉयलॉग्स भी बेहद मशहूर हुए हैं।

फिल्म- जज्बा
यहां सबका एक ही तकिया-कलाम है, हजार के नोट पे बापू को सलाम है।
नींद न माशूका कि तरह होती है, वक्त न दो तो बुरा मानके चली जाती है।शराफत की दुनिया का किस्सा ही खतम, अब जैसी दुनिया वैसे हम
प्यार अंधा होता है और प्यार में पड़ने वाले उससे बड़े अंधे होते हैं।शैतान की सबसे बड़ी चाल ये है कि वो सामने नहीं आता।
फिल्म- डी-डे सिर्फ इंसान गलत नहीं होते, वक्त भी गलत हो सकता है।गलतियां भी रिश्तों की तरह होती हैं, करनी नहीं पड़ती, हो जाती है।
फिल्म- गुंडे अक्सर हर देश बड़ी समस्याएं सुलझाने के चक्कर में ये भूल जाता है कि उसकी कितनी बड़ी कीमत उसके अपने लोगों को चुकानी पड़ती है।किस्मत की एक खास बात होती है, कि वो पलटती है।
डेथ और शिट किसी को, कहीं भी, कभी भी आ सकती है।
बीहड़ में तो बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में
किसी भी बेगुनाह को सजा मिलने से अच्छा है दस गुनहगार छूट जायें
कुल तीन बार इश्क किया, और तीनों बार ऐसा इश्क मतलब जानलेवा इश्क किया
आदमी जितना बड़ा होता है.. उसके छुपने की जगह उतनी ही कम होती है।

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