अभिनेता रणवीर सिंह की एनर्जी सभी के लिए एक राज बनी हुई है। हर कोई चाहता है कि उन्हें भी रणवीर की एनर्जी का राज पता चल जाए तो रणवीर के जितनी नहीं तो कम से कम उनसे आधी एनर्जी तो ले ही लें। लेकिन इस मुद्दे पर कितनी भी रिसर्च कर ली जाए इस सवाल का जवाब अब तक किसी को भी नहीं मिल पाया है। आज हम आपके लिए लेकर आए हैं रणवीर की एनर्जी का राज। क्या आप जानते हैं कि रणवीर के अंदर जो चुस्ती, फुर्ती और एनर्जी दिखती है वो उन्हें कहां से मिली? नहीं ना! तो हम बताते हैं...
रणवीर सिंह की ये एनर्जी है पुष्तैनी जो उन्हें अपनी दादी से विरासत में मिली है। आज के जमाने के टॉप मोस्ट अभिनेता रणवीर सिंह की दादी भी अपने जमाने की टॉप मोस्ट अभिनेत्री थीं। रणवीर की दादी का नाम था चांद बर्क। अभिनेता रणवीर सिंह की दादी और अभिनेत्री चांद बर्क का जन्म 2 फरवरी 1932 को पाकिस्तान के झूमरा में हुआ था। क्रिश्चियन परिवार में पैदा हुईं चांद बर्क का 12 भाई बहनों का भरा-पूरा परिवार था। चांद अपने सभी भाई बहनों में सबसे छोटी थीं। चांद बचपन से ही हर कला में निपुण थीं। वो अपने पूरे परिवार में सबसे होशियार थीं। चाहे बात पढ़ाई की हो, घर के कामकाज की या फिर कला संस्कृति की।
चांद बर्क ने अपना फिल्मी सफर 1946 में पंजाबी फिल्मों से शुरू किया था और देखते ही देखते वो पंजाबी सिनेमा की टॉप एक्ट्रेस बन गईं। चांद बर्क बहुत अच्छा डांस करती थीं इसलिए उनका नाम 'डांसिंग लिली ऑफ पंजाब' रख दिया गया। चांद बर्क को पंजाबी सिनेमा से बॉलीवुड में लाने का श्रेय जाता है राजकपूर को। चांद ने राजकपूर की फिल्म 'बूट पॉलिश' से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। दोनों की पहली मुलाकात का किस्सा भी बेहद दिलचस्प है।
दरअसल राज कपूर पहली बार जब चांद से मिले थे तब चांद ने उनकी हर बात का जवाब बड़ी ही बेबाकी से दिया था। जो राजकपूर साहब को भी भा गया। जब चांद बर्क पहली बार राजकपूर से मिलीं तो राजकपूर ने उनसे उनके परिवार के बारे में पूछा। चांद ने बताया कि वो लोग 12 भाई बहन हैं और मैं सबसे छोटी हूं। चांद के इस जवाब के बाद राजकपूर ने पूछा कि आपके पिता क्या करते हैं? इस सवाल के जवाब में चांद ने अपने अंदाज में बेबाकी से कहा बस यही करते हैं अपने ढेर सारे बच्चों की परवरिश और क्या? बस, यही बात सुनकर राजकपूर चांद पर फिदा हो गए और फौरन उन्हें अपनी फिल्म के लिए साइन कर लिया। चांद की पहली बॉलीवुड फिल्म 1954 में आई 'बूट पॉलिश' थी। इस फिल्म में उनका किरदार भी उनके असल रूप की तरह ही बिल्कुल बिंदास और बेबाक औरत का था जिसकी जुबान कैंची की तरह चलती थी।
इसके बाद 1957 में चांद बर्क ने सुंदर सिंह भवनानी से शादी कर ली। सुंदर पेशे से आर्किटेक्ट थे और बहुत बड़े बिसनेसमैन भी थे। बाद में चांद के 2 बच्चे हुए बेटी टोनिया और बेटा जगजीत सिंह। चांद की बेटी इस समय अमेरिका में हैं तो वहीं बेटा जगजीत सिंह मुंबई में। जगजीत सिंह भी बहुत बड़े बिजनेसमैन हैं और अभिनेता रणवीर सिंह के पिता भी हैं। रणवीर सिंह की एक बहन भी हैं जिनका नाम रितिका भवनानी है। चांद हमेशा से चाहती थीं कि उनका बेटा जगजीत अपनी मां की तरह ही एक बड़ा अभिनेता बने। लेकिन बेटे ने बाप की राह पर अपने कदम मोड़ लिए और बिजनेसमैन बन गया।
इसके बाद चांद को उम्मीद थी अपने पोते रणवीर सिंह से। उन्हें पता था कि उनका पोता जरूर उनका नाम रोशन करेगा। ऐसा हुआ भी, रणवीर सिंह आज बॉलीवुड के टॉप अभिनेताओं में शुमार होते हैं। रणवीर की दादी और अभिनेत्री चांद बर्क हमेशा कहा करती थीं, 'जो हमारे पास नहीं है वो ख्वाब है और जो हमारे पास है वो लाजवाब है।' अभिनेता रणवीर सिंह ने बॉलीवुड में अपना एक अलग ही मुकाम बना लिया है। उन्होंने अपनी दादी के सपने को सच कर दिखाया है।