मधेपुरा। बिहारीगंज की कोरोना पॉजिटिव निकली महिला से जुड़े सभी लोगों में कोरोना का लक्षण पाए जाने पर एक बार फिर जांच की जाएगी। निगरानी के लिए सब को 14 दिन तक क्वारंटाइन में रखा जाएगा।
क्वारंटाइन सेंटर पर सब की प्रत्येक दिन स्क्रीनिग की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किए गए जांच में किसी मे कोरोना का लक्षण पाए जाने पर उसकी पुन: जांच कराई जाएगी। मंगलवार तक सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मेडिकल कॉलेज से हटाकर टीपी कॉलेज में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। इधर कोरोना पॉजिटिव निकली महिला का पटना के एनएमसीएच में इलाज चल रहा है। उसके साथ गए पति, पुत्र, पुत्री एवं ऑटो ड्राइवर को एनएमसीएच से छोड़ दिया गया है। सभी पटना से पुन: ऑटो से सोमवार की देर रात्रि बिहारीगंज स्थित अपने घर पहुंचे। वहां से इसे मधेपुरा लाया गया।
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28 दिन सील रहेगा प्रतिबंधित क्षेत्र
कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बिहारीगंज के जिन पांच गांवों को कंटेनमेंट जोन (प्रतिबंधित क्षेत्र) बनाकर सील गया है। वह सील किए जाने की तिथि से लेकर 28 दिनों तक सील रहेगी। इन गांवों में लगातार सर्वे की जाती रहेगी। बिहारीगंज के गंगोरा गांव की महिला की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद डीएम ने पांच गांवों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। जिला प्रशासन ने मोहनपुर रहटा पंचायत के मोहनपुर, गंगोरा, फतमी, तारारही एवं मोहनपुर निष्फ गांव को कांटेनमेंट जोन बनाया है।
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रिपोर्ट नेगेटिव आने से लोगों को मिली राहत
बिहारीगंज की कोरोना पॉजिटिव महिला से जुड़े सभी रिपोर्ट नेगेटिव आने से जिले के लोगों को राहत मिली है। महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के साथ हो पूरे जिले में हलचल मची हुई थी। सभी आम व खास इसी पर चर्चा करते रहे। सब के मन में जिले में भी कोरोना चेन बन जाने का खौफ पैदा हो गया था। क्योंकि सभी जानते थे कि कोरोना संक्रमण का केस आने से इसका चेन बनते चला जाता है और कितने ही लोगों को संक्रमित कर देता है। मुंगेर एवं सिवान में लोग ऐसा देख चुके हैं। लेकिन रविवार की देर रात्रि जब महिला के साथ पटना गए पति, पुत्र, पुत्री और ऑटो ड्राइवर की रिपोर्ट निगेटिव मिलते ही लोग निश्चित हुए। चूंकि कोरोना पॉजिटिव महिला के सबसे नजदीक के संपर्क में रहे। 21 अप्रैल को भागलपुर मेडिकल कॉलेज में दिखाने के समय भी लोग साथ थे। फिर जब वहां से लौटे तो घर मे साथ रहे। फिर एक दिन घर में रूककर जब 23 अप्रैल को पटना गए तो चारों साथ ही गए। सोमवार की सुबह कोरोना पॉजिटिव महिला के पति, पुत्री, पुत्र व ऑटो ड्राइवर की रिपोर्ट सोशल मीडिया पर छा गई। सभी तरफ लोग इसी रिपोर्ट की चर्चा करने लगे। यद्यपि कई लोगों ने महिला की रिपोर्ट पर भी सवाल खड़े करते हुए उसका पुन: जांच की मांग भी की। इसके बाद दिन में जब और 35 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ गई तो लोगों ने राहत की सांस ली।
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महिला कहां और किससे हुई संक्रमित
39 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अभी भी सब के मन में एक सवाल कौंध रहा है। आखिर घरेलू महिला किससे और कहां संक्रमित हुई। अब तक इसका कोई पता नहीं चल पाया है। वैसे अब तक कि स्थिति यह बता रही है कि महिला हॉस्पिटल ट्रांसमिशन का शिकार हुई है। चूंकि महिला गॉल ब्लैडर के कैंसर से पूर्व से ही पीड़ित है। इस दौरान कई हॉस्पिटल भी गयी। लेकिन यहां यह सवाल है कि अगर महिला भागलपुर या किसी स्थानीय हॉस्पिटल में संक्रमित हुई रहती तो वो भी सामने आ गया होता। वहीं कुछ दिन पूर्व संक्रमित होने की स्थिति में बिल्कुल पास व लगातार साथ रहे परिजन निगेटिव कैसे होते। अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि पटना में ही महिला संक्रमित हो गई।
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बिहारीगंज की कोरोना पॉजिटिव महिला के संपर्क में आए सभी लोगों का निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद उन्हें क्वारंटाइन सेंटर भेजा गया है। मेडिकल कॉलेज से सभी को ले जाए जाने की तैयारी की जा रही है। सब की वहां पर निगरानी की जाती रहेगी।
डॉ. बासुकीनाथ गुप्ता
उपाधीक्षक, जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज मधेपुरा
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रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अभी सब को 14 दिन क्वारंटाइन सेंटर में रखा जाएगा। प्रत्येक दिन स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा सब की जांच की जाएगी। जांच में लक्षण पाए जाने पर पुन: उसकी जांच कराई जाएगी।
रजनीश कुमार राय
जिला सूचना व जनसंपर्क पदाधिकारी, मधेपुरा
Posted By: Jagran
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