कोरोना से दुनिया को निजात के लिए सज्दे में गिर दुआएं मांगे

मधुबनी। इस्लाम धर्मावलंबी लॉकडाउन के बीच रमजान का रोजा रखकर घर में फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए इफ्तार में शामिल होते हैं। हालांकि, इफ्तार के लिए फल समेत आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए रोजेदारों को कुछ समय के लिए घर से बाहर निकलना पड़ता है। घर से निकलने पर चेहरे पर मास्क लगाना नहीं भूलते हैं। लॉकडाउन को देखते हुए घर में सामूहिक तरावीह से परहेज किया जा रहा है। अल्लाह की रजा के लिए जीता और मरता

फोटो 28 एमडीबी 30
मौलाना गुलाम मुर्तजा ने कहा कि रहमतों, बरकतों वो म़ग़फेरत का मो़कद्दस वो मुबाऱक महीना रम•ानुल मुबाऱक तमाम महीनों का सरदार है। इस माह में अल्लाह की र•ा वो ़खुशनूदी हासिल करने का बेहतरीन मौका है। इस माह में कशरत से ईबादत वो रेया•ात का एहतेमाम करें। दौलतमंद को चाहिए के वो ़गरीब, मसाकीन जरुरतमंद मुस्तह़कीन को माली इमदाद करें। अपने घरों में रहकर लॉकडाउन का पालन करते हुए नमा•ा, वो तरावीह की नमा•ा के साथ साथ तिलावते ़कुरान म•ाीद कलमा तैय्यबा वो तौबा अस्त़िग़्फरुल्लाह और दरूद वो सलाम का ़कसरत से करें। अपने रूठे हुए रब्ब को मनाएं। अपनी गलती पर बंदा रब्ब की बारगाह में रोए और गिरगिराए। कोरोना से दुनिया को नि•ात के लिए सज्दे में गिर दुआएं मांगे। हमें अपने आमाल ठीक करने होंगे अपने पड़ोसियों का ़खयाल रखना होगा वतन से मुहब्बत करनी चाहिए एक पक्का मोमिन कभी किसी इंसान को दुख तकलीफ में नहीं देख सकता। अल्लाह की र•ा के लिए जीता और अल्लाह की र•ा के लिए मरता है।
पिपरौलिया में तीन किलोमीटर की परिधि बना कंटेनमेंट जोन यह भी पढ़ें
---------------------------------------
'रमजान बहुत ही अजीम मुकद्दस महीना है। रमजान में घर के सभी लोग रोजे रखते हैं। रमजान में किसी को भी कष्ट नहीं पहुंचाना चाहिए। रोजेदारो को मदद करने से अल्लाह तआला खुश होकर अपने बंदों के गुनाहों को माफ कर देता है। इफ्तार में फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते है।'
मो. नफीस
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखकर मेडिक्लेम से हो रहे लैस यह भी पढ़ें
फोटो 28 एमडीबी 31 'घर के सभी लोगों के साथ रोजा रखते है। लॉकडाउन होने से इफ्तार के समय घर में फिजिकल डिस्टेंसिग का पालन करते है। माहे रमजान में जन्नत के दरवाजे खुल जाते हैं और शैतान कैद हो जाता है। अर्श से फर्श तक नेकियों और रहमतों की बारिश का सिलसिला शुरू होता है। इसका हर मुसलमान को बेसब्री से इंतजार रहता है।'
मो. सबीउद्दीन
फोटो 28 एमडीबी 32
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस

अन्य समाचार