नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में 3 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित है। वहीं 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना वायरस के कारण हो गई है। कोरोना की चपेट में आए सुपरपावर अमेरिका की स्थिति बिगड़ती जा रही है। अमेरिका के लिए कोरोना ऐसा महाकाल बन गया है कि वहां लाशों को दफनाने के लिए जगह नहीं मिल रही है। ऐसी त्रासदी विश्व ने आज तक नहीं देखी। कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर्स बिना थके, बिना रूके लगातार काम कर रहे हैं। मरीजों को अपने आंखों के सामने दम तोड़ता देख उनकी भी हिम्मत टूटती जा रही है। अमेरिकी के न्यूयार्क शहर में मरीजों का इलाज कर रही एक टॉप डॉक्टरों ने आत्महत्या कर ली। कोरोना मरीजों की मौत से वो इतनी घबरा गई कि उन्होंने खुदकुशी कर ली।
हवा में पाया गया कोरोना वायरस, जानें कितना खतरनाक है ये
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहीं एक टॉप डॉक्टर लोरना ब्रीन ने खुदकुशी कर ली। 49 साल की लोरना ब्रीन न्यूयॉर्क में एलेन हॉस्पिटल के आपातकालीन विभाग की मेडिकल डायरेक्टर थीं। कोरोना मरीजों के इलाज में जी-जान से जुटी लोरना लोगों की मौत से इतनी दुखी हुई कि वो उसे झेल नहीं पा रही थी। मरीजों की मौत से दुखी और परेशान थीं।
काम ने ले ली जान
लोरना के पति ने बताया कि बतौर डॉक्टर उसने अपना काम किया, लेकिन उसके काम ने ही उसकी जान ले ली। पुलिस ने बताया है कि सुसाइड के बाद रविवार को डॉ लोरना की मौत हो गई। उनके पिता ने बताया कि वो कोरोना की वजह से हो रही मौतों को लेकर काफी चिंतिंत थी। उसने अपने परिवार से भी इसकी चिंता जाहिर की, लेकिन वो खुद को संभाल नहीं पाई।
कोरोना से हुई संक्रमित
लोरना कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करते-करते खुद भी कोरोना से संक्रमित हो गई। उन्होंने खुद को 10 दिन के लिए आइलेशन में रखा, लेकिन फिर काम पर लौट गई। अस्पताल ने उनकी हालत देख उन्हें दोबारा घर भेज दिया। उन्होंने अपने पिता को बताया कि वो कोरोना मरीजों की मौत की वजह से डिप्रेशन में है। उन्होंने अपने पिता से कहा कि जब वो एंबुलेंस से निकाली जाएं तो उनका स्वागत हीरो की तरह किया जाए। आपको बता दें कि अमेरिका में 57000 से ज्यादा लोगों की मौक कोरोना के कारण हो गई है। जबकि सिर्फ न्यूयार्क में 17 हजार से ज्यादा मौतें हुई है।
source: oneindia.com