बालीवुड सिंगर कनिका कपूर का बयान दर्ज करने के लिए लखनऊ की सरोजनीनगर पुलिस ने सोमवार को उनके घर जाकर नोटिस दे दी है. नोटिस में बोला गया है कि वे अपने विरूद्ध सरोजनीनगर थाने में दर्ज एफआईआर के सम्बन्ध में 30 अप्रैल तक बयान दे दें. उन्होंने पुलिस से पूरा योगदान करने को बोला है. कनिका कपूर की लखनऊ आने के बाद जाँच कराई गई थी जिसमें उन्हें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी. कनिका कपूर को छह अप्रैल को अस्पताल से छुट्टी मिली है. वहीं कनिका कपूर ने अस्पातल से छुट्टी मिलने के बाद इंस्टाग्राम पर परिवार की तस्वीर डालकर रविवार को अपनी चुप्पी तोड़ी थी.
कनिका कपूर लखनऊ की पहली कोरोना संक्रमित थी. वह नौ मार्च को लंदन से मुम्बई व 11 मार्च को मुम्बई से लखनऊ आयी थी. एयरपोर्ट से वह पहले अपने घर गई, फिर दो दिन होटल ताज में रुकी थी. इस दौरान ही उनमें कोरोना के लक्षण मिले व जाँच में उनके कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी. इसके बाद इस मुद्दे ने बहुत ज्यादा तूल पकड़ लिया था.
आरोप लगा था कि मुम्बई एयरपोर्ट पर ही उन्हें घर में क्वारंटाइन होने की सलाह दी गई थी. पर उन्होंने ऐसा नहीं किया व लखनऊ और कानपुर में कई आयोजन में भाग लिया था. इन समारोहों में कई अफसर, नेता शामिल हुए थे. इस पर बहुत ज्यादा हो-हल्ला मचा था. इसके बाद ही सरोजनीनगर थाने में कनिका के विरूद्ध स्वास्थ्य नियमों का पालन न करने व हकीकत छिपाने का मुकदमा दर्ज हुआ था. छह अप्रैल को उन्हें पीजीआई से छुट़टी मिली व उन्हें होम क्वारंटाइन कराया गया. क्वारंटाइन की अवधि पूरी होते ही पुलिस ने उनके बयान लेने की कवायद प्रारम्भ कर दी थी.
सरोजनीनगर इंस्पेक्टर आनन्द शाही ने बताया कि चौकी प्रभारी जग प्रसाद ने कनिका कपूर के आवास पर जाकर उन्हें नोटिस दे दी है. इसके तहत कनिका को 30 अप्रैल तक थाने में अपने बयान दर्ज कराने हैं. इसके बाद ही आगे की कार्रवाइ की जायेगी.
इन धाराओं में दर्ज हुई थी एफआईआर
सरोजनीनगर थाने में सीएमओ ने 20 मार्च को आईपीसी की धारा 188,269,280 में मुकदमा दर्ज कराया था. उस समय एफआईआर के अंदर एक तथ्य गलत होने पर टकराव हुआ था. पर, बाद में विवेचना में इसे ठीक कर लिया गया था.
रविवार को बॉलीवुड सिंगर कनिका कपूर ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि, 'मुझे पता है कि मेरे बारे में कई कहानियां बनाई गई हैं. कुछ तो इस वजह से ज्यादा बढ़ी क्योंकि मैं अब तक चुप थी. मैं इसलिए चुप नहीं थी क्योंकि मैं गलत थी. मुझे पता था लोगों को गलत जानकारी दी गई. मैं बस इंतजार कर रही थी कि लोग खुद हकीकत को समझें. मैं अपने परिवार, दोस्त व सपोटर्स को बहुत धन्यवाद कहती हूं जिन्होंने ऐसे वक्त में मुझे समझा. लेकिन अब मैं आपको ठीक बातें बताना चाहूंगी. '
पेरेंट्स के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रही हूं
कनिका ने लिखा, 'मैं अभी लखनऊ में हूं व अपने पेरेंट्स के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड कर रही हूं. जिन भी लोगों के मैं कॉन्टैक्ट में थी चाहे यूके में, मुंबई में या फिर लखनऊ में उन सभी में कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए व सबी के टेस्ट भी नेगेटिव आए. मैं 10 मार्च को यूके से हिंदुस्तान आई थी व मेरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग टेस्ट हुआ था. उस वक्त कोई एडवाइसरी भी नहीं दी गई थी कि मुझे खुद को क्वारंटाइन करना है. मुझे कोई परेशानी नहीं थी इसलिए मैंने खुद को क्वारंटाइन नहीं किया. मैं फिर अपने परिवार से मिलने 11 मार्च को लखनऊ गई. डोमेस्टिक फ्लाइट्स के दौरान कोई स्क्रीनिंग नहीं थी. 14-15 मार्च को मैंने दोस्तों के साथ लंच व डिनर किया. मैंने कोई पार्टी नहीं होस्ट की थी.'
नेगेटिव बोलने से सच्चाई नहीं बदल सकती
कनिका ने आगे लिखा, '17-18 मार्च को मुझे लक्षण महसूस हुए व 19 मार्च को मैंने टेस्ट कराया. 20 मार्च को मुझे बताया गया कि मेरा टेस्ट पॉजिटिव आया है. मैं हॉस्पिटल गई व फिर 3 नेगेटिव टेस्ट के बाद मझे डिस्चार्ज कर दिया गया. तबसे अभी तक यानी कि 21 दिन से मैं घर पर ही हूं. मैं डॉक्टर्स व नर्स का धन्यवाद करना चाहूंगी जिन्होंने मेरा पूरा ध्यान रखा. कनिका ने लास्ट में लिखा, 'किसी इंसान को लेकर नेगेटिव बोलने से सच्चाई नहीं बदल सकती.'