आज की बड़ी खबर:कोरोना को ठीक करने में ये पुरानी तकनीक हो है सक्सेज यहां कैसे ठीक हो रहे है इससे मरीज ठीक

भारत में भी 3 मई तक लॉक डाउन है ऐसा नहीं है कि पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बहुत ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं और कुछ अच्छा ही नहीं हो रहा है इस वायरस को रोकने के लिए देश में कई तरीके ईजाद किए जा रहे हैं सबसे अच्छी बात यह है कि लोग इन नए तरीकों से ठीक भी हो रहे हैं।

सबसे लेटेस्ट है प्लाज्मा थेरेपी जाने क्या प्लाज्मा थी जिसे लगा दी है इस चीनी वायरस पर ब्रेक प्लाज्मा सुनने में नया लगता है लेकिन यह इलाज के सबसे पुरानी तरीकों में से एक है इस थैरेपी से दिल्ली और कर्नाटक में कई मरीज ठीक हो चुके हैं।
हाल ही में केंद्र सरकार ने दिल्ली और कर्नाटक के कुछ अस्पतालों को इलाज की मंजूरी दी है कोरोना वायरस से लड़ने में यह बेहद कारगर साबित हो रहा है दिल्ली के आईएलबीएस अस्पताल के प्रमुख डॉ एसके सरीन का कहना है कि प्लाज्मा थेरेपी की थे ठीक हो चुके लोगों के प्लाज्मा को मरीजों में ट्रांसफ्यूजन किया जाता है थेरेपी में एंटीबॉडी का इस्तेमाल किया जाता है जो किसी वायरस बैक्टीरिया के खिलाफ शरीर में बनता है।
यह एंटिबॉडी ठीक हो चुके मरीज के शरीर से निकलकर बीमार शरीर में डाल दिया जाता है मरीज पर एंटीबॉडी का असर होने पर वायरस कमजोर होने लगता है इसके बाद मरीज के ठीक होने की संभावनाएं बढ़ जाती है इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च हाल ही में कोरोना वायरस के इलाज के लिए प्लाज्मा थैरेपी को भी मंजूरी दी है देश के कई अन्य राज्य में इलाज के लिए अभी का इस्तेमाल पर सहमति बन सकती है।

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