आयुर्वेद में ऐसे कई इस्तेमाल हैं जिन्हें अपनाकर हम अपनी स्वास्थ्य को तंदुरुस्त बना सकते हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही घरेलू तरीकों के बारे में:-
त्वचा के रुखेपन के लिए त्वचा के रुखेपन काे दूर करने के लिए आटे के चोकर में जरूरत अनुसार दही मिला लें. इसे 10 मिनट के लिए छोड़ दें. बाद में चेहरा सामान्य पानी से धो लें. इससे स्कीन साफ और चमकदार होती है. इसके अतिरिक्त नीम के पत्तों से रस तैयार कर लें. अब दो चम्मच रस में शहद मिलाकर प्रतिदिन खाएं. इससे स्कीन संबंधी रोग दूर होते हैं.
कैल्शियम की पूर्ति के लिए रोजाना रात को दो छुहारे खाएं और उसके बाद गर्म दूध पी लें. इससे शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होकर हड्डियां और दांत मजबूत होते हैं. एक लौंग को पीसकर गुनगुने पानी से फांक लें. ऐसा करने से सामान्य बुखार में फायदा होता है.
एसिडिटी आधा गिलास कच्चा दूध व आधे गिलास पानी को मिला लें. अब इसमें दो छोटी इलायची पीसकर डाल दें. प्रतिदिन प्रातः काल के समय इसे पीने से एसिडिटी की समस्या में फायदा होता है.
माइग्रेन जिन्हें माइग्रेन रोग हो वे तुलसी के पत्तों को छाया में सुखा लें. बाद में इसका चूर्ण बना लें. इस चूर्ण को शहद के साथ चाटने से रोग में लाभ होता है.
जोड़ों का दर्द दानामेथी, हल्दी और सौंठ तीनों को 100 ग्राम की मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें. इस चूर्ण की एक चम्मच मात्रा को प्रातः काल और रात के खाने के बाद गुनगुने पानी से लें. इससे जोड़ों के दर्द, गठिया और कमर दर्द में फायदा होता है.
- नीम के पत्तों से तैयार किए गए रस में शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने से स्कीन संबंधी रोग दूर होते हैं.