लाइव सिटीज, सेंट्रल डेस्क : बिहार समेत पूरा देश कोरोना के संक्रमण के बुरे दौर से गुज़र रहा है. संपूर्ण लॉकडाउन के कारण जनता घरों में कैद है. ऐसे में एडवांटेज मीडिया ग्रुप (Advantage Media Group) की तरफ से क्रिएटिविटी का नमूना पेश किया जा रहा है. एडवांटेज मीडिया ने डिजिटल प्लेटफॉर्म का प्रयोग करते हुए आज से अपने 'एडवांटेज डायलॉग' कार्यक्रम का आगाज कर दिया है. गूगल मीट के माध्यम से इस कार्यक्रम का आयोजन हर शनिवार और रविवार को किया जाना है जिसमें आप भी जुड़कर अपने सवाल देश के दिग्गजों से कर सकते हैं.
एडवांटेज डायलॉग के पहले सेशन में आज गूगल मीट के माध्यम से बिहार के जाने-माने सर्जन और सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. ए.ए हई लोगों से जुड़े और अपनी बात रखी. कोरोना की गंभीरता पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस बीमारी से डरने की जरुरत बिल्कुल नहीं है, केवल अपना मनोबल बढ़ाए रखें. डॉ हई से बातचीत कर रही थी दूरदर्शन केंद्र, पटना की प्रोग्राम अधिकारी रत्ना पुरकायस्थ.
अपने संवाद के दौरान बिहार के जानेमाने सर्जन और पारस एचएमआरआई सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, राजा बाजार, पटना के जेनरल सर्जरी विभाग के डायरेक्टर डॉ. ए.ए. हई ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर चिंता जताई.
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अपने जीडीपी का 5 प्रतिशत स्वास्थ्य सुविधाओं पर खर्च करना चाहिए. पहले यह रकम दो फीसदी थी और अभी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर जीडीपी का 1.4 प्रतिशत खर्च किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने बढ़ी हुई रकम को प्राथमिक स्वास्थ्य पर खर्च करने पर जोर दिया. डॉ. हई ने कहा कि विदेशों में स्वास्थ्य पर काफी खर्च किया जाता है. क्यूबा में जीडीपी की 12.5 फीसदी राशि स्वास्थ्य पर खर्च होती है.
इसके अलावा डॉ. हई ने बिहार सरकार से एक अंतर्राष्ट्रीय वायरोलॉजिकल प्रयोगशाला बनाने की मांग की है. साथ ही जनता को जागरुक किए जाने पर भी उनका जोर था.
कोरोना को लेकर लोगों से उन्होंने कहा कि धीरज बनाएं रखें और मनोबल को गिरने न दें. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसे महामारी से लड़ने के लिए शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को बढ़ाना चाहिए. इसके लिए लोगों को अपने भोजन में विटामिन ए, सी और डी को शामिल करना चाहिए. संतुलित और स्वास्थ्यकारी भोजन लेने के लिए रोटी, चावल तथा हरी सब्जी के साथ फल, दूध, दही, मछली, मुर्गा तथा अण्डे का सेवन करना चाहिए. नींबू और आंवला का सेवन भी करना चाहिए. उन्होंने लोगों से लॉकडाउन का अनुपालन करने की भी अपील की और मास्क पहनने की भी सलाह दी.
डॉक्टर भगवान नहीं, कष्ट में करते हैं इलाज
वेबिनार के दौरान डॉक्टरों पर हो रहे हमले का मुद्दा भी आया. इस पर बोलते हुए डॉक्टर साहब ने कहा कि डॉक्टर भगवान नहीं होता है बल्कि कष्ट सहकर आपका इलाज करता है. कोरोना के इलाज से पहले डॉक्टर जो किट पहनते हैं, उसे पूरी ड्यूटी में निकालना संभव नहीं हो पाता है. इस दौरान वह न भोजन कर सकते हैं और न शौचालय का इस्तेमाल कर सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि ऐसी परिस्थितयों में भी अगर उनपर हमले होंगे उनकी मनोदशा कैसी होगी.
इससे पहले एडवांटेज ग्रुप के संस्थापक और सीईओ खुर्शीद अहमद ने दिन के पहले सेशन की शुरुआत करते हुए डॉ. हई, डॉ. रत्ना पुरकायस्थ समेत सभी श्रोताओं का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि अभी हमलोग सभी लॉकडाउन में हैं. चुनौतियां काफी हैं इसलिए एडवांटेज डायलॉग का आयोजन कर हम आपलोगों तक कुछ महत्वपूर्ण और उपयोगी चीजें पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि एडवांटेज डायलॉग के 24 एपिसोड पूरे होने के बाद एक कॉनक्लेव का आयोजन किया जाएगा जिसमें बिहार के मुखिया नीतीश कुमार जी को बुलाने का प्रयास किया जाएगा.
खुर्शीद अहमद ने जानकारी देते हुए एक बार फिर से बताया कि एडवांटेज डायलॉग के 24 एपसोड होंगे. हर शनिवार और रविवार को दो सेशन में इसका आयोजन किया जाएगा. पहले सेशन सुबह 12 बजे से 12.45 तथा दूसरा सेशन शाम 4.30 बजे से 5.15 तक चलेगा. एडवांटेज डायलॉग के 24 एपिसोड में कुल 48 स्पीकर और मॉडरेटर शिरकत करेंगे जो विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज हैं. कल रविवार 26 अप्रैल को पहले सेशन में मुम्बई के मशहूर मेंटर एवं एक्टर रौशन अब्बास शिरकत करेंगे. उनसे बात करेंगी मुम्बई की लींसिया रिजोरियो. दूसरे सेशन में फिल्म और टीवी कलाकार राजेश कुमार आएंगे जिनसे बातें करेंगी दिल्ली की संचाली अरोड़ा. कल का विषय होगा फिल्म एवं हॉल का भविष्य.
Advantage Dialogue : डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से आपसे जुड़ेंगे देश के दिग्गज सितारे