दुनिया की सभी देश अपने लोगों को मौत से बचाने के लिए काफी प्रयास कर रहे हैं लेकिन कुछ खास सफलता हाथ नहीं लग रही है इन सबके बीच मौतों से बचाने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर डिवाइस को उपयोगी माना गया है बताया जा रहा है कि यह डिवाइस ऑक्सीजन के लेवल की जानकारी देती है इससे मरीज को गंभीर हालत में जाने से बचाया जा सकता है।
डिवाइस की कीमत लगभग 18 00 रुपए है यह डिवाइस वेंटिलेटर की कमी का विकल्प साबित हो सकती है क्योंकि इसके अलर्ट मिल जाए तो समय पर इलाज से जान बच सकती है एक्सपर्ट्स का दावा है कि माचिस की आकार वाली है डिवाइस शरीर में ऑक्सीजन का लेवल बताकर अलर्ट करती है और संक्रमित मरीज को गंभीर हालत में पहुंचने से रोक सकती है इससे मरीज की उंगली पर लगाया जा सकता है।
अमेरिकी डॉक्टर के मुताबिक सांस लेने में तकलीफ बुखार और खांसी जैसे लक्षण दिखने से पहले अलर्ट करती है महज ₹2000 की इस डिवाइस से मैंने अपने दो दोस्तों की जान बचाई है कोरोना के संदिग्ध मरीज इसका इस्तेमाल कर सकते हैं यह डिवाइस 5 साल पहले ही मार्केट में आ गई थी लेकिन बढ़ते संक्रमण के मामलों के बाद इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है इस डिवाइस में सेंसर लगा है जो उंगली के दूसरी तरफ से निकलने वाली रोशनी की किरणों को पड़ता है शरीर में ऑक्सीजन और बिना ऑक्सीजन युक्त रक्त से गुजरने वाली प्रकाश की किरणें अलग-अलग तरह की होती है।
यह डिवाइस इसे पहचान कर बताती है रक्त में ऑक्सीजन की कितनी कमी है रिडिंग को डिवाइस के डिस्प्ले सिस्टम पर देखा जा सकता है ऑक्सीजन दो फीसदी गिरते ही डॉक्टर की मदद ले सकते हैं नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस के पूर्व एडवाइजर डॉक्टर के मुताबिक यह डिवाइस की मदद से ऑक्सीजन का लेवल पता चलता है जो राज्य और फेफड़ों की सेहत के लिए बेहद जरूरी है शरीर में ऑक्सीजन 2 -3 फीसदी तक गिरते ही इंसान डॉक्टर से इलाज ले सकता है।
एक्सपर्ट्स की मानें तो मरीज गंभीर हालात में जाने से बच जाएगा जिससे उनकी उसकी जान को कोई खतरा नहीं होगा रिचर्ड लेविटन कहते हैं कि कोरोना के खौफ के बीच इस समय सबसे ज्यादा वेंटिलेटर की जरूरत है इस दौरान संक्रमित इंसान प्लस ऑक्सीमीटर की मदद से शरीर का तापमान और खांसी जैसे लक्षण मॉनिटर करके वेंटीलेटर की कमी से जूझ रहे मरीजों की मदद कर सकते हैं इसकी खासियत है कि घर या ऑफिस दोनों जगह इसकी मदद से अलर्ट रहा जा सकता है।