पाकिस्तान के बारे में बता दे कि यहां पर कोरोना के लगातार मरीज बढ़ रहे हैं और अब तक यहाँ देखा जाए तो कुल 11155 हो चुके हैं जिनमें से 237 लोगों की मौत हो चुकी जबकि 2527 लोगों को बचाया जा चुका है लेकिन रमजान का महीना इनके लिए मौत का सौदागर बनकर सामने आया हैं ?
लॉक- डाउन के बावजूद कई लोग गलत हरकत कर रहे हैं, इस वजह से कोरोना वायरस का संक्रमण ज्यादा फैलेगा, पाकिस्तान मेडिकल एसोसिएशन के डॉ साध नवाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जारी बयान में कहा कि आने वाले 2 हफ्ते काफी मुश्किल दौर में गुजरेंगे क्योंकि देखा जाए तो पाकिस्तान की राजधानी कराची में जितने भी अस्पताल वह भर चुके हैं और आपको बता दें कि जिन लोगों की जान बचाई जा रही है उनसे वायरस का शिकार होने का खतरा ज्यादा बढ़ रहा हैं।
कराची की हालत देखकर समझ में आ रहा है कि पाकिस्तान के अन्य शहरों में बहुत ज्यादा खराब रहने वाली है, अगर देखा जाए तो कई डॉक्टर के पास PPE किट नहीं है जिस वजह से कई डॉक्टरों ने तो नौकरी छोड़ने की बात बोली हैं।
पाकिस्तान में देखा जाए तो कोरोनावायरस का तगड़ा प्रभाव दिख रहा हैं लेकिन फिर भी वहमस्जिदों में भी नमाज अदा की जा रही हैं, आज 24 अप्रैल से रमजान का महीना भी चालू हो गया इस महीने में लोग ज्यादा इकट्ठे होंगे जिससे कोरोना संक्रमण ज्यादा बढ़ेगा और कई लोग बेमौत मारे जाएंगे।
पाकिस्तान में आने वाले इस महीने के अंत में 20000 तक आंकड़े पहुंचने की संभावना है ,आपको बता दें कि बाबुल इस्लाम मस्जिद के खातिर को कोरोना पॉजिटिव पाया गया , इसका पूरा परिवार भी संक्रमित हो चूका, नमाज पढ़ने के लिए रमजान के महीने में भीड़ आएगी जो सभी के लिए मुश्किलें खड़ी करेगी।