शहर में कोरोना के दस्तक देने के बाद भी जिला से लेकर शहर के लोग दहशत में है। कोरोन संक्रमित मरीज मिलने के बाद शहर के एक दर्जन से अधिक मोहल्ला को हॉटस्पॉट घोषित करते हुए उसे प्रशासन ने सील कर दिया है। जिला प्रशासन ने शहर के 25,26,28,37,38,39 और 40 को कंटेनमेंट जोन के रुप में चिन्हित किया है। वहां के लोगों को राशन, सब्जी से लेकर आवश्यक सामग्री की होम डिलेवरी के लिए प्रशासन की ओर से व्यवस्था की गई है।
कोरोना पीड़ित महिला मरीज मिलने के बाद आनन-फानन में नगर परिषद द्वारा बरादरी और उसके आसपास के इलाकों को दमकल गाड़ी के माध्यम से सैनिटाइज किया गया। नगर परिषद क्षेत्र के कुल 40 वार्ड में से दर्जनों वार्ड ऐसे हैं जहां सैनिटाइजेशन की बात दूर की कौड़ी बन कर रह गई है। शहरवासियों का कहना है कि कोरम के नाम पर सिर्फ समाहरणालय, अफसरों के आवास और पुरानी जीटी रोड पर ही सैनिटाइजशन का कार्य किया गया है। शहर के गौरक्षणी, तकिया, रौजा रोड, कंपनी सराय, काली स्थान, फजलगंज, धर्मशाला रोड़ समेत दर्जनों ऐसे मोहल्ले है जहां सैनिटाइजशन नहीं किया गया है। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से लोगों में बेचैनी है। कई मोहल्लों में सैनिटाइजशन के नाम पर चूना और ब्लीचिग पाउडर को नाममात्र छिड़क सिर्फ कोरम किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शहर के लोग खुद ही पहल शुरु कर दी है। शहर के नयका गांव समेत कई इलाकों में बाहरी लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध लगाने के लिए स्वंय ही बांस- बल्ला लगाकर रास्ता सील कर रहे है। अवरोधक के सामने नोटिस भी लगा रखा है, जिस पर मोहल्ले के लोगों को छोड़ दूसरे लोगों के आने जाने पर प्रतिबंध है। नगर परिषद के ईओ अभिषेक आनन्द ने कहा कि सीमित संसाधनों के बदौलत हर मोहल्ले को सैनिटाइज करने की कवायद चल रही है।
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Posted By: Jagran
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