जयपुर।देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है।ऐसे में इस समय सभी लोग अपने घरों में कैद है और इस लॉकडाउन के कारण सभी स्कूल और कॉलेज भी बंद है जिसके कारण इस समय घर पर बच्चें शैतानी करने में लगे हुए है।आप इस लॉकडाउन का इस्तेमाल अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए कर सकते है।आप बच्चों को परंपराओं और संस्कृति से जुड़ी बातें बता कर उनके व्यक्तित्व के विकास में मदद कर सकते है।
इस लॉकडाउन में पर्याप्त समय घर के बड़े-बुजुर्गो के साथ रहने से बच्चें संस्कार व नैतिकता से जुड़ी बातें आसानी से सीख सकते है।आप इस लॉकडाउन में आप बच्चों में बड़ो का आशिर्वाद लेने की आदत डालें।इसके अलावा आप अपने बच्चों को प्रतिदिन पूजा-पाठ में घर के अन्य सदस्यों के साथ लेकर बैठे।
इससे बच्चों में हमारी परंपराओं की समझ बढ़ती है और इस तनाव पूर्ण माहौल में विश्वास की एक नई किरण का संचार भी होगा।आप अपने घर की छत या आंगन में सुबह—शाम बच्चों के साथ मिलकर पक्षियों को दाना डालें और इस भीषण गर्मी से बचाने के लिए पानी की व्यवस्था बच्चों की मदद से करें, ताकि बच्चों में जानवरों और पक्षियों के प्रति प्रेम की भावना का विकास हो सकें।
इससे बच्चों के व्यक्तित्व में निखार आयेंगा और वह इस बात को समझेंगे कि हर किसी की जिंदगी काफी महत्वपूर्ण होती है।इससे बच्चों में दोस्ती और प्रेम की भावना का भी विकास होगा।
जो कि भविष्य में बच्चों को सफल बनाने में मददगार साबित होगा।आप अपने बच्चों को एक्टिव बनाए रखने के लिए प्रतिदिन योगासन और शारीरिक तौर पर एक्सरसाइज का अभ्यास अवश्य करवाएं।