रामानंद सागर का मशहूर धारावाहिक रामायण दोबारा से टीवी पर टेलीकास्ट हुआ जिसने बहुत लोकप्रियता बटोरी. रामायण में रावण का किरदार निभाकर अरविंद त्रिवेदी ने भी खूब प्रसिद्धि हासिल की. अरविंद त्रिवेदी को जब पता चला कि रामानंद सागर रामायण बना रहे हैं और किरदारों की कास्टिंग कर रहे हैं तो वह ऑडिशन देने के लिए गुजरात से मुंबई आए. वह रामायण में केवट की भूमिका निभाना चाहते थे.
अरविंद त्रिवेदी ने यह भी बताया कि हर कोई चाहता था कि रावण का किरदार अमरीश पुरी निभाए. मैंकेवट के किरदार के लिए ऑडिशन देने गया. लेकिन रामानंद सागर जी ने मुझे देखकर रावण के रोल के लिए चुन लिया. अरविंद त्रिवेदी ने बताया कि उनके लिए रावण बनना बिल्कुल ही आसान नहीं था. उन्हें शूटिंग के लिए तैयार होने में 5 घंटे लगते थे. उनका मुकुट ही 10 किलो का हुआ करता था और फिर उन्हें दूसरे आभूषण और भारी-भरकम वस्त्र पहनने पड़ते थे.
अरविंद त्रिवेदी ने बताया कि शूटिंग उमरगाम में हुआ करती थी. मैं ट्रेन में बैठकर जाता था. लेकिन ट्रेन में सीट नहीं मिलती थी. हालांकि जब धारावाहिक टीवी पर आने लगा तो लोग मुझे बैठने के लिए सीट दे दिया करते थे और पूछते थे कि धारावाहिक में आगे क्या होने वाला है. मैं सबसे कहता था कि आप देखते रहे, आपको पता चल जाएगा.
अरविंद त्रिवेदी ने बताया कि मैं असल जिंदगी में राम और शिव का भक्त हूं. जब मैं शूटिंग करता था तो पूरा दिन उपवास रखता था, क्योंकि मुझे बहुत दुख होता था कि मुझे श्रीराम को उल्टे सीधे शब्द बोलने हैं. मैं शूटिंग से पहले राम और शिव की पूजा करता था और शूटिंग खत्म होने के बाद कपड़े बदलकर अपना उपवास खोलता था.