रात हुई हर शाम के बाद तेरी याद आई हर बात के बाद हमने खामोश रहकर भी महसूस कर ली तेरी आवाज आई हर साँस के बाद तकदीर ही बदल जाती है जब इरादे मजबूत हो वरना उम्र कट जाती है तकदीर को इल्जाम देते देते ख़ुशी के लिए काम करोगे तो ख़ुशी नहीं मिलेगी लेकिन खुश होकर काम करोगे तो ख़ुशी जरूर मिलेगी मिली है जिंदगी तो कोई मकसद भी रखिये सिर्फ सांसे लेकर समय गवाना ही जिंदगी तो नहीं