क्या है 'कार्डियोवस्कुलर' बीमारी, जिस कारण किम जोंग उन की हालत खराब होने की खबर है?

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के गंभीर रूप से बीमार होने की खबरें आ रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनका कार्डियोवस्कलर के कारण इलाज चल रहा था और स्थिति गंभीर होने के बाद उनकी सर्जरी की गई। सीएनएन की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सर्जरी के बाद उनकी स्थिति और बिगड़ गई और वे जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक पिछले कई महीनों से किम जोंग उन की तबीयत खराब चल रही थी। किम को मोटापे की भी समस्या है और उन्हें धूम्रपान की भी आदत है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक किम के ब्रेन डेड होने की भी खबरें आ रही हैं, लेकिन अभी ऐसी पुष्टि नहीं हुई है। दरअसल, उत्तर कोरिया में प्रेस को स्वतंत्रता नहीं है और खासकर किम जोंग उन से जुड़ी खबरें वर्ल्ड मीडिया में आना तो और मुश्किल होता है। पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग की जयंती मनाई गई थी, लेकिन इस उत्सव में किम जोंग नहीं दिखे थे। तभी से उनकी तबीयत खराब होने के कयास लगाए जा रहे थे।
कार्डियोवस्कुलर दिल की बीमारी है। इसका प्रमुख कारण कोलेस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि है। दिल और रक्त वाहिकाओं में उत्पन्न विकारों के कारण कार्डियोवस्कुलर हार्ट डिजीज होती हैं। इनमें कोरोनरी हृदय रोग यानी दिल का दौरा, केर्ब्रोवैस्कुलर रोग यानी स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, हार्ट फेल होना और आनुवंशिक हृदय रोग शामिल है। कार्डियोवैस्कुलर रोग का एक कारण ट्रीग्लिसीराइड भी हो सकता है।
अमर उजाला से बातचीत में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रवीण सिन्हा ने बताया कि मोटापा भी कार्डियोवस्कुलर का एक प्रमुख कारण है। किम जोंग उन को भी मोटापे की समस्या है। इसके लक्षण कुछ ऐसे होते हैं: शरीर में सूजन, चक्कर आना, सांस फूलना त्वचा, होंठ और उंगलियों के नाखूनों में नीलापन अक्सर थकान और खून का संचार कम होना थकान व कमजोरी महसूस होना फेफड़ों में द्रव जमा होना, खून जमना
दिल की बीमारियों का एक बड़ा कारण मोटापा होता है, इसलिए वजन कम करने के लिए नियमित व्यायाम करना चाहिए। डॉक्टर साधारण और संतुलित भोजन करने की सलाह देते हैं। इसके साथ ही दिल को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम और चहलकदमी जरूरी है। डॉ. प्रवीण बताते हैं कि सोया प्रोटीन लेने से शरीर में गुड कोलेस्ट्राल एचडीएल की मात्रा बढ़ती है, जो रक्त नलिकाओं से बैड कोलेस्ट्राल को हटाने में मदद करता है।
डॉ. प्रवीण के मुताबिक, यदि दवाएं और नियमित देखभाल से आराम नहीं होता है तो पीड़ित के पास सर्जरी का विकल्प होता है। इसके लिए विशेषज्ञ से बात कर के हार्ट ट्रासप्लांट यानी हृदय प्रत्यारोपण, हार्ट वॉल्व सर्जरी, इनफ्रेक्ट एक्सक्लूजन सर्जरी, बाईपास सर्जरी जैसे उपाय किए जा सकते हैं। हृदय चिकित्सा के जरिए अवरुद्ध धमनियों को फिर से खोला जा सकता है।
मालूम हो कि किम जोंग की उम्र अभी 36 साल है लेकिन उनकी तबीयत को लेकर काफी वक्त से अटकलें लगाई जाती रही हैं, जिन्हें पश्चिमी मीडिया का दुष्प्रचार बताया जाता है। त्तर कोरिया की खबरें देने वाली दक्षिण कोरिया की ऑनलाइन वेबसाइट के मुताबिक 12 अप्रैल को किम हृदय और रक्तवाहिकाओं संबंधी प्रक्रिया से गुजरे हैं। उन्हें इस प्रक्रिया से इसलिए गुजरना पड़ा क्योंकि वह बहुत ज्यादा स्मोकिंग करते हैं और मोटापे से जूझ रहे हैं। उनके स्वास्थ्य में सुधार आने के बाद मेडिकल टीम का एक हिस्सा 19 अप्रैल को प्योंगयांग लौट आया था, जबकि कुछ उनकी रिकवरी के लिए वहीं रुके हुए हैं।

अन्य समाचार