आसपास के लोग इनकी मौत की वजह कोरोना वायरस संक्रमण को समझ रहे हैं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद और भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के एक्सपर्ट्स ने स्ट्रीट डॉग्स की अचानक हुई मौत पर चिंता न करने की बात कही है उनके मुताबिक कुत्तों की मौत के पीछे कोरोना जैसी कोई वजह हाल फिलहाल नजर नहीं आ रही है पशु चिकित्सा विशेषज्ञ इन कुत्तों की मौत के पीछे दूसरी प्रमुख वजह माना है वह मौसम के बढ़ते तापमान के चलते रेबीज फैलने की आशंका को।
स्थानीय निवासी और महात्मा गांधी हायर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा इलाके में 1-2 कुत्तों की मौत शुरुआत में हुई थी यह सामान्य सी बात लगी करीब 20 साल पुरानी बस्ती अंबिका आवास कॉलोनी में देखते-देखते एक के बाद एक स्ट्रीट डॉग मरने लगे जिन लोगों ने गलियों में घूमने वाले कुत्तों को मरते देखा उन सब का एक सा ही कहना था कॉलोनी की रहने वाली सरोजिनी श्री वास्तव ने कहा कि कुत्तों के मुंह से झाग टपक रहा था कई कुत्तों में लार गिर रही थी मैं समझी कुत्ते गर्मी से मर रहे हैं।
स्थानीय निवासियों और एक के बाद एक गली के कुत्तों को मरते देखने वाले लोगों में से कई लोगों का कहना था कि मरने वाला हर कुत्ते ऐसे दिखाई दे रहा था जैसे उसे अपने सिर पर कई गुना ज्यादा किसी गर्म चीज के होने का एहसास हो रहा है कुछ देर तक यह कुत्ते बुरी तरह इधर-उधर गलियों में तेज तेज दौड़ते फिर रहे कुछ घंटों बाद देखा तो स्थानीय निवासियों को कुत्ते का शव आसपास ही पड़ा मिल जाता।
एक्सपर्ट्स के अनुसार एक साथ एक शहर की किसी कॉलोनी में 10 से ज्यादा कुत्तों की रहस्यमई मौत के बारे में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ ललित वर्मा ने बताया अभी तक दुनिया की किसी भी रिसर्च में जानवरों में कोरोना के संक्रमण के कोई परिणाम नहीं मिले हैं अब तापमान में बढ़ोतरी हो रही है अंबिका कॉलोनी में मरने वाले के मामले में संभव है कि इन डॉग्स को सालाना वैक्सीनेशन ना हो सका हो।
नियमानुसार स्ट्रीट डॉग्स को रेबीज संक्रमण से बचाने के लिए सालाना इनका टीकाकरण होना चाहिए डॉ ललित वर्मा ने आगे कहा हो सकता है कि बढ़ते तापमान में जैसा कि अमूमन होता है इनकी कुत्तो में रेबीज वायरस संक्रमित हो गया हो लक्षणों की जद में आकर इन कुत्तों की मौत हुई है ऐसा प्रतीत होता है कि इनकी मौत सेबीज संक्रमण के चलते हुई होगी