पूरी दुनिया में फैले कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते कच्चे तेल की कीमतें जमीन पर है , कल न्यूयॉर्क में कच्चे तेल की कीमतों में इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट देखी गयी है, यह कीमतें मई महीने में की जाने वाली सप्लाई के लिए है। मई महीने में सप्लाई किये जाने वाले तेल की कीमतें गिरकर 1.50 डॉलर प्रति बैरल तक चली गयी है , और यह 24 घंटो में करीब करीब 90 फीसदी की गिरावट है। दुनिया के ज्यादातर देशो में लगभग सभी लोग अपने अपने घरो में बंद है और दुनिया के कई देश इस वक़्त तेल का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं। सोमवार को न्यूयॉर्क में यूएस बेंचमार्क वेस्ट टेक्सॉस इंटरमीडिएट में मई के लिए कच्चे तेल के दिए जाने वाले ठेके में 301.97 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी जो की आखिर में -36.90 डॉलर प्रति बैरल पहुंच कर रुक गयी ,कच्चे तेल की कीमतों बाजार में -37.63 डॉलर प्रति बैरल पर रही < जानकारों के अनुसार पहली बार कच्चे तेल की कीमतें निगेटिव में गई है। तेल विक्रेता दुनिया के देशों से तेल खरीदने के सम्पर्क में है परन्तु फिलहाल देशों की लगभग पूरी आबादी घरों में बैठी होने के कारण तेल खपत नहीं होने के कारण तेल नहीं खरीद रहे हैं, क्योकि लगभग सभी देशो का तेल भंडार प्रयाप्त मात्रा में भरा हुआ है, अब तेल खर्च नहीं होने से नए के लिए भण्डारण की व्यवस्था नहीं है।