गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जहां महिला का कुछ न कुछ अलग खाने या पीने की इच्छा हो सकती है। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं होता है की गर्भवती महिला अपनी मर्ज़ी से कुछ भी खा या पी सकती है। क्योंकि कुछ चीजे ऐसी होती हैं जो पोषक तत्वों से तो भरपूर होती है लेकिन गर्भावस्था में उनका सेवन नुकसान पहुंचा सकता है।
ऐसे में महिला कुछ भी खाने या पीने से पहले एक बार यह जरूर सोचती है की क्या प्रेगनेंसी में उस चीज को खाना या पीना सेफ है या नहीं? और ऐसा ही एक पेय पदार्थ है गन्ने का रस, जो की गर्मियों के मौसम में सब जगह आसानी से मिल जाता है। लेकिन उसके सेवन से पहले यह जानना बहुत जरुरी होता है की प्रेगनेंसी में गन्ने का रस पीना चाहिए या नहीं।
गर्भावस्था के गन्ने का रस पीएं या नहीं?
यदि आप प्रेग्नेंट हैं और आपको गन्ने का जूस पीने की क्रेविंग हो रही है तो प्रेगनेंसी के दौरान आप गन्ने का रस पी सकती है। क्योंकि गन्ने के रस में विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम आदि सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। और यह सभी पोषक तत्व महिला के साथ बच्चे के विकास के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
लेकिन यदि आपको डाइबिटीज़ है, गन्ने का रस पीने से कोई दिक्कत होती है तो आपको गन्ने का रस नहीं पीना चाहिए। साथ ही गन्ने के रस का सेवन करते हुए एक बात का ध्यान रखें की साफ़ सुथरी जगह से ही आप इस रस का सेवन करें और ताजा बनवाने के बाद ही गन्ने का रस पीएं। ताकि इसके सेवन से आपको किसी तरह की सेहत सम्बन्धी परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके।
प्रेगनेंसी में गन्ने का रस पीने के फायदे
गर्भवती महिला यदि गन्ने का जूस पीती है तो इससे प्रेग्नेंट महिला को बहुत से फायदे मिलते हैं। तो आइये अब उन फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
एंटी ऑक्सीडेंट
गन्ने का रस पीने से बॉडी को एंटी ऑक्सीडेंट मिलते हैं जो प्रेग्नेंट महिला की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। जिससे गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान वायरल, फंगल, बैक्टेरियल इन्फेक्शन से बचे रहने में मदद मिलती है।
वजन
गन्ने का जूस पीने से मेटाबोलिज्म को बेहतर रहने में मदद मिलती है। जिससे गर्भवती महिला के वजन को नियंत्रित रहने में मदद मिलती है। लेकिन ध्यान रखें की जरुरत से ज्यादा भी इसका सेवन न करें। क्योंकि शुगर की मात्रा अधिक होने के कारण ज्यादा गन्ने का रस पीने से आपका वजन बढ़ भी सकता हैं।
कैल्शियम व् मैग्नीशियम
गन्ने के जूस में कैल्शियम व् मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है। जो प्रेग्नेंट महिला की हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। जिससे प्रेग्नेंट महिला को थकान, कमजोरी की समस्या से बचे रहने और ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिलती है। साथ ही गन्ने का रस पीने से बच्चे के विकास के लिए भी पर्याप्त कैल्शियम व् मैग्नीशियम मिलता है जिससे बच्चे की हड्डियों व् दांतों के विकास को अच्छे से होने में मदद मिलती है।
यूरिन इन्फेक्शन से मिलता है आराम
बहुत सी गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान यूरिन इन्फेक्शन की समस्या से परेशान हो सकती है। लेकिन यदि प्रेग्नेंट महिला गन्ने का रस पीती है तो इससे गर्भवती महिला को यूरिन इन्फेक्शन की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
प्रोटीन
प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करने से गर्भवती महिला की मांसपशियों को मजबूती मिलने के साथ बच्चे की कोशिकाओं के बेहतर विकास में मदद मिलती है। और यदि गर्भवती महिला गन्ने के रस का सेवन करती है तो महिला को भरपूर मात्रा में प्रोटीन मिलता है।
पाचन तंत्र
गन्ने के रस का सेवन करने से गर्भवती महिला के पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद मिलती है। जिससे प्रेग्नेंट महिला को कब्ज़ व् अन्य पेट सम्बन्धी परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है।
विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है
बॉडी का प्राकृतिक डिटोक्सिफायर लीवर होता है जो बॉडी से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है लेकिन गर्भावस्था में शरीर में बड़े हुए विषैले पदार्थों व् हार्मोनल बदलाव के कारण लीवर कम सक्रिय रहता है। ऐसे में यदि गर्भवती महिला गन्ने के जूस का सेवन करती है तो गन्ने के जूस में मौजूद बिलीरुबिन लीवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। जिससे बॉडी से विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
मॉर्निंग सिकनेस
गर्भावस्था के दौरान महिला को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या हो सकती है। लेकिन यदि प्रेगनेंसी के दौरान महिला गन्ने के जूस का सेवन करती है तो सुबह के समय जी मिचलाने, घबराहट, उल्टी आने, यानी मॉर्निंग सिकनेस की समस्या से महिला को निजात पाने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ फायदे जो गर्भवती महिला को गन्ने के जूस का सेवन करने से हो सकते हैं। ऐसे में यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं और गन्ने के रस का सेवन करना चाहती है तो बिना किसी डर के सिमित मात्रा में कर सकती है।