जब राम बनना अरुण गोविल को पड़ा भारी, भगवान समझकर एक मा मांगने लगी थी बच्चे की जान की भीख

दूरदर्शन पर फिर से 90 के दशक का मशहूर धारावाहिक रामायण का टेलीकास्ट शुरू हो गया है. रामायण ने आते ही लोकप्रियता के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए. लोग रामायण को पहले की तरह ही पसंद कर रहे हैं. हालांकि रामायण में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल ने एक खुलासा किया. अरुण गोविल ने बताया कि राम का किरदार निभाने के बाद मेरी जिंदगी बदल गई. लोग मुझे असल जिंदगी में भगवान राम समझने लगे. लोग जहां मुझे देखते मेरे पांव छूते और आशीर्वाद मांगते.

अरुण गोविल ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए कहा- मुझे याद है एक दिन मैं सेट पर टी-शर्ट पहने बैठा हुआ था. एक महिला आई और सेट पर काम करने वाले लोगों से पूछने लगी कि श्री राम कहां है. वह कह रही थी कि उन्हें मुझसे मिलना है. उसके गोद में एक बच्चा था. सेट पर काम करने वाले लोगों ने उसे मेरे पास भेज दिया.
पहले तो वह मुझे पहचान नहीं पाई. फिर उसने कुछ देर बाद रोते हुए अपना बच्चा मेरे कदमों में रख दिया. मैं घबरा गया. मैंने उनसे पूछा- आप यह क्या कर रही है. छोड़िए मेरे पैरों को. तो वह रोते हुए बोली- मेरा बेटा बीमार है. यह मर जाएगा. आप इसे बचा लीजिए. मैंने उन्हें हाथ जोड़कर समझाया. मेरे हाथ में कुछ नहीं है. मैं कुछ नहीं कर सकता. आप इसे अस्पताल ले जाइए.
मैंने उन्हें कुछ पैसे दिए. मैंने भगवान से उनके बेटे को ठीक करने की प्रार्थना की और उन्हें अस्पताल भेजा. लेकिन 3 दिन बाद वह फिर आईं. उनका बेटा भी उनके साथ था. उस महिला को देख मुझे विश्वास हो गया कि अगर हम परमात्मा पर विश्वास रखें तो वह प्रार्थना जरूर सुनते हैं.

अन्य समाचार