उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हाल ही में स्वास्थ्य विभाग की एक टीम और पुलिस पर लोगों ने हमला किया था। लोगों के द्वारा अचानक किए गए इस हमले में कई लोगों को गंभीर चोट भी आई है। जिसके बाद राज्य सरकार इस घटना पर एक्शन मोड में नजर आई है । वहीं सोशल मीडिया पर लोगों का इस घटना पर गुस्सा फूटा है। इस घटना पर जावेद अख्तर और अशोक पंडित की तीखी बहस भी हो गई थी। अब जावेद अख्तर ने इस घटना पर ट्वीट और वीडियो के जरिए पत्थरबाजों को फटकार लगाई है।
बॉलीवुड लेखक जावेद अख्तर से भला कौन रूबरू नहीं है। जावेद सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। जावेद हर एक सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रखते हैं। जिस कारण से वह फैंस के बीच छाए रहते हैं। अब जावेद ने हाल ही में एक ट्वीट किया है, जिसके बाद वह सुर्खियों में आ गए हैं।
जावेद अख्तर ने मुरादाबाद में पत्थरबाजी की घटना को बहुत शर्मनाक बताते हुए ट्वीट किया, 'मैं कल्पना भी नहीं कर सकता कि अपनी जान को खतरे में डालकर दूसरों की मदद करने वालों पर हमला करने के लिए कितना अज्ञानी होना पड़ता है। मुरादाबाद में जो हुआ है, वह बहुत शर्म की बात है। मैं वहां के शिक्षित लोगों से अनुरोध करता हूं...अज्ञानियों को समझाएं।'
I can&dhapos;t imagine how ignorant one has to be to attack those who are at the risk of their own lives are out there to save other lives What has happened in Moradabad is a matter of great shame I request the educated people of that city to some how contact and educate such ignorants
इतना ही नहीं गीतकार का एक वीडियो शबाना आजामी ने शेयर किया है। इस वीडियो में जावेद कहते नजर आ रहे हैं कि इस वक्त देश बहुत बड़े संकट से गुजर रहा है और इस परेशानी का नाम है कोरोना वायरस है जिससे निपटने के लिए जरूरी है कि हम सभी एक हों। हम जब एक-दूसरे पर ही शक करने लगेंगे और एक-दूसरे की नीयत को नहीं समझेंगे, कोई एकता ही नहीं होगी, तो हम लड़ेंगे कैसे।
#StopThisNow. pic.twitter.com/oryXdZX4HL
जावेद कहते हैं कि इस एकता की बहुत जरूरत है। उन डॉक्टरों को सलाम कीजिए जो अपनी जान हथेली पर रखकर आपका इलाज करने, आपकी जांच करने आ रहे हैं। उस जांच से ही तो मालूम होगा कि आपको बीमारी है कि नहीं।अगर बीमारी होगी तो आपका इलाज किया जाएगा। बीमारी पता नहीं चली तो इलाज नहीं हो पाएगा। बड़ी नासमझी की बात है कि कई जगह डॉक्टरों पर पत्थर फेंके जा रहे हैं, यह बहुत ही मूर्खतापूर्ण काम है और यह नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि किसी एक समुदाय को निशाना बनाना एकता के लक्ष्य को पराजित करता है।
उन्होंने कहा,दूसरी तरफ मैं यह भी सुनता हूं कि किसी समुदाय के लोगों की दुकान बंद करा दी, उसका ठेला पलट दिया जा रहा है। ऐसे एकता नहीं होती है। मैं खासतौर पर अपने देश के मुसलमान भाइयों से अनुरोध कर रहा हीं कि रमजान आ रहा है, आप जरूर इबादत कीजिए लेकिन यह याद रखिए कि इसमें दूसरों को परेशानी न हो और आपके अपने लोगों को भी दिक्कत न हो। जो इबादत आप मस्जिद में जाकर करते हैं, वह आप घर में कर सकते हैं। यह सारी जमीन उसी की तो बनाई हुई है जिसे आप मानते हैं।'
उन्होंने कहा, 'यह भी ध्यान रखिए कि आपकी बातों से, आपके नारों से, आपकी बातचीत से, आपकी हरकतों से दूसरों के दिल में तरह-तरह के संदेह पैदा न हों। मैं अपने बाकी सारे देशवासियों से कहूंगा कि एक-दूसरे पर भरोसा कीजिए, एकता रखिए, नफरत से काम मत लीजिए। प्रेम और विश्वास से काम लीजिए, तभी हम कोरोना से लड़ सकेंगे।