कटिहार। वैश्विक महामारी को लेकर लॉकडाउन जारी है। देश के सभी मस्जिदों में सामूहिक (जमात) नमाज पर पाबंदी है। लोग अपने-अपने घरों में पांच वक्त नमाज पढ़ रहे हैं। माह ए-रमजान का चांद भी शुक्रवार को देखे जाने की पूर्ण संभावना है। चांद के दीदार के साथ ही तराबीह की विशेष नमाज शुरू हो जाएगी। पाक मुकद्दस महीना का पहला रोजा शनिवार से शुरु हो जाएगा। सब्र व इबादत का महीना रमजान-ऊल-मुबारक को सभी महीनों का खलीफा कहा जाता है। लॉक डाउन आगामी तीन मई तक बढ़ा दी गई है। इसलिए रमजान का पहला असरा रहमतों का (दस दिन) लॉक डाउन में रहेगा। लोग अभी से रोजा के जरूरियात की सामान खरीदारी करना शुरू कर दिया है। बावजूद इसके रोजेदारों के लिए इ़फ्तार खोलने के वक्त फल, नीबूं ,ताजा खीरा आदि की जरूरत पड़ेगी। साथ ही रोजेदारों के लिए मस्जिदों में जमात के साथ तराबीह पढ़ना अहम माना जाता है।
इस पाक व मुकद्दस महीना का इस्लाम धर्म अनुयायियों के लिए खासा महत्व है। इस्लामी धर्म ग्रंथ के जानकारों के अनुसार अल्लाह ने इंसानों को रमजान का महीना एक खास तोहफे के रूप में दिया है। यह महीना खुशियों का पैगाम लेकर आता है। मुसलमान पूरे एक महीना पूरी शिद्दत के साथ इबादत करते हैं और रोजा रख कर रमजान को त्योहार की तरह मनाते हैं। रोजा प्रतीक है संयम का, इबादत और नेक नियत का।
जमात उल उलमाए हिद के जिलाध्यक्ष मौलाना इजराइल कासमी ने रमजान की विशेषता पर रोशनी डालते हुए कहा कि इस पाक महीने को तीन असरे (दस दिन) में बांटा गया है। इसमें पहला दस दिन रहमत का व दूसरा अशरा मगफिरत का तथा तीसरा अशरा जहन्नुम से निजात का है। इसलिए खुशनसीब हैं वे लोग जिन्होंने यह मुबारक महीना पाया और रोजा का हक अदा कर खुदा को खुश किया। लॉक डाउन का पालन करना भी जरुरी है,क्योंकि अल्लाह पाक ने फरमाया है कि जब कोई बीमारी फैल जाए तो तुम जहां हो वहीं ठहर जाओ। ऐसा नहीं करो कि तुमसे और लोगों में बीमारी फैल जाए। उन्होंने कहा कि रमजान के हर एक लम्हें पर नेकी है, रोजेदार अगर लॉक डाउन पालन करेंगे तो अल्लाह पाक और ज्यादा सबाब(नेकी) देंगे। इसलिए उन्होंने कहा कि मस्जिदों में सामूहिक तराबीह पर पावंदी रहेगी। रोजेदार अपने घरों में तराबीह नमाज पढ़े और इबादत करें। उन्होंने कहा कि अल्लाह पाक ने चाहा तो बहुत जल्द पूरी दुनिया से कोरोना वायरस का खात्मा हो जाएगा।
क्या कहती हैं बीडीओ
बीडीओ रेखा कुमारी ने कहा कि प्रशासनिक स्तर से रोजेदारों के लिए सामग्री होम डिलिवरी की व्यवस्था को लेकर अभी तक कोई चिठ्ठी नहीं आई है। ऐसे भी लॉक डाउन से बाहर दुकानें शाम छह बजे तक खुली रहेगी। अगर कोई चिठ्ठी आती है तो उसका पालन किया जाएगा।