देश में कोरोना वायरस से उपजे हालात पर हर रोज चार अधिकारी इससे जुड़ी जानकारियां साझा करते हैं। इन अधिकारियों में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल, गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव, प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) के महानिदेशक के. एस. धतवालिया और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के डॉक्टर रमन आर. गंगाखेड़कर शामिल हैं। वह 1996 बैच के आंध्र प्रदेश काडर के आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से बीटेक की डिग्री हासिल की हुई हैं। उनकी गिनती देश के तेजतर्रार अधिकारियों में होती है। अग्रवाल ने साल 2016 में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव का पद संभाला था। इससे पहले वह आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में स्वास्थ्य मंत्रालय समेत कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के डॉक्टर रमन आर. गंगाखेड़कर ने 1981 में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, औरंगाबाद से मेडिसिन में एमबीबीएस किया था। इसके बाद उन्होंने उसी संस्थान ने 1983 में पेडियाट्रिक्स में डिप्लोमा इन चाइल्ड हेत्थ का कोर्स किया। 1996 में उन्होंने अमेरिका के प्रतिष्ठित जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ पब्लिक हेल्थ (एमपीएच) की डिग्री हासिल की।वर्तमान में गंगाखेड़कर आईसीएमआर में महामारी और संक्रामक बीमारियों के विभाग के प्रमुख हैं। वह नेशनल एड्स रिसर्च इंस्टिट्यूट (एनएआरआई) पुणे के सहायक निदेशक भी रह चुके हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली हैं। उन्होंने दिल्ली के सेंट स्टीफन कॉलेज से भौतिकी में बीएससी और एमएससी की हुई हैं। श्रीवास्तव 1993 बैच के एजीएमयूटी काडर की एक आईएएस अधिकारी हैं। एजीएमयूटी काडर यानी अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम ऐंड यूनियर टेरिटरीज काडर। उनकी गिनती देश की तेजतर्रार महिला अधिकारी के तौर पर होती हैं। साल 2018 में जब गृह मंत्रालय ने नारी सुरक्षा के लिए अलग विभाग बनाया तो श्रीवास्तव को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई। वर्तमान में वह गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव (नारी सुरक्षा) के पद पर तैनात हैं।गृह मंत्रालय के अलावा श्रीवास्तव को दिल्ली, गोवा और दमन एवं दीव में भी काम करने का अनुभव है। गृह मंत्रालय में नियुक्ति से पहले वह दिल्ली में एजुकेशन ऐंड ट्रेनिंग डिपार्टमेंट में सचिव के तौर पर काम कर रही थीं।
पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के महानिदेशक केएस धतवालिया भी हर रोज कोरोना वायरस संवाददाता सम्मेलन में शामिल होते हैं। वह भारतीय सूचना सेवा (आईआईएस) के 1984 बैच के अफसर हैं। वह पीआईबी के महानिदेशक के साथ-साथ देश के प्रतिष्ठित पत्रकारिता संस्थान इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन के भी महानिदेशक हैं। उन्हें 2019 में पीआईबी के 28वें महानिदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया।