लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस ने फिर खड़ा किया CAA का भूत, बॉलीवुड के इन दिग्गजों ने किया विरोध

इन दिनों देश में कोरोना वायरस के ख़िलाफ़ लड़ाई चल रही है. इस मुश्किल समय में हर कोई एक दूसरे की मदद कर रहा है. महामारी के इस दौर में दिल्ली और अलीगढ़ पुलिस का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है. दिल्ली पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के ख़िलाफ़ प्रदर्शन में शामिल हुए छात्रों को कथित तौर पर हिंसा फ़ैलाने के जुर्म में गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है.

रविवार को बॉलीवुड ने भी एकजुट होकर छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ़्तारी के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलंद की है. आज जारी किए एक बयान में हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री की कई हस्तियों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों और नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध प्रदर्शन में भाग लेने वाले कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस की आलोचना की है. बॉलीवुड सेलेब्स ने पुलिस द्वारा उठाए गए इस कदम को पूरी तरह से अमानवीय और अलोकतांत्रिक बताया है.
सेलेब्स ने ये विरोध एक लिखित बयान के ज़रिए दर्ज़ किया है. इस बयान को जारी करते हुए सेलेब्स ने दिल्ली पुलिस पर छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ बदले की भावना के तहद कार्यवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि नागरिकता क़ानून का विरोध करना कोई जुर्म नहीं है.
विरोध दर्ज करने वालों में महेश भट्ट, अनुराग कश्यप, विशाल डडलानी, विशाल भरद्वाज, शुशांत सिंह, ज़ीशान अय्यूब, हंसल मेहता, नंदिता दास, कोंकणा सेन शर्मा, ओनिर, रत्ना पाठक शाह के अलावा कई दूसरे बॉलीवुड सेलेब्स भी शामिल हैं.
बता दें कि हाल ही में दिल्ली पुलिस ने जामिया के छात्र मीरान हैदर और सफूरा ज़रगर को दिल्ली में दंगा भड़काने के आरोप में गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है. इसके साथ ही पुलिस ने ने 50 दूसरे छात्रों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है. वहीं अलीगढ़ पुलिस ने भी एएमयू के पूर्व छात्र आमिर मिंटोई को नागरिकता कानून का विरोध करने के दौरान कथित तौर पर पुलिस पर हमला करने के आरोप में गिरफ़्तार कर जेल भेज दिया है.

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