लॉकडाउन के दिन फिजिकल व मेंटल हैल्थ दोनों के लिए बहुत ज्यादा जरूरी हैं. पहले जहां लोगों के पास समय की कमी होती थी, इस कारण अपने शरीर पर ध्यान नहीं दे पाते थे. उनके लिए अच्छा मौका है. फिजिकल अभ्यास कर शारीरिक-मानसिक रूप से स्वस्थ हो सकते हैं.
सही पोश्चर में उठे-बैठें ऑफिस या बाहर नहीं जाने के कारण अधिकांश लोग अपना सारा कार्य बेड या सोफा पर लेटकर करते हैं. जैसे टीवी देखना, लैपटॉप पर कार्य करना या फिर मोबाइल पर चैट. आप ऐसा बिल्कुल ही न करें. इससे पोश्चर संबंधी कठिनाई हो सकती है. गर्दन, पीठ या कमर में दर्द की समस्या हो सकती है. लेटकर न तो कोई कार्य करें ना ही टीवी देखें. थोड़ी-थोड़ी देर में उठें-टहलें अगर घर में कार्यालय का कार्य कर रहे हैं तो हर 40-45 मिनट पर उठें व थोड़ी देर घर के अंदर ही टहलें. ऐसा करने से न केवल जोड़ों में अकडऩ की समस्या से बचाव होगा बल्कि शरीर का मेटााबोलिज्म भी ठीक रहेगा. इससे जीवन स्टाइल संबंधी बीमारियों से बचाव होता है. गर्दन व पीठ में दर्द है तो जिनके गर्दन या पीठ में दर्द है वे भी हल्का व्यायाम करें. इससे अकडऩ से बचाव होगा. दर्द में राहत मिलेगी. प्रयास करें कि घर में ही ज्यादा से ज्यादा टहलें. हल्के एयरोबिक्स व योगासन कर सकते हैं. सूर्यनमस्कार प्रतिदिन करना लाभकारी होने कि सम्भावना है. कब करें गर्म या ठंडा सेक जिनको लंबे समय से जोड़ों में दर्द की समस्या है वे दर्द से राहत के लिए गर्म पानी से सेक कर सकते हैं. इससे जोड़ों में सूजन कम होगी व दर्द से आराम मिलेगा. जिन्हें हाल ही चोट लगी है उनको ठंडा सेक करना चाहिए.