हिंदू धर्म में पूजा पाठ को बहुत ही खास महत्व दिया जाता हैं यह ईश्वर की प्राप्ति का समय होता हैं वही शनिवार 18 अप्रैल यानी कल वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी हैं इसे वरुथिनी एकादशी कहा जाता हैं इस दिन श्री हरि विष्णु के लिए व्रत किया जाता हैं साथ ही शनि के लिए भी विशेष पूजा पाठ करना चाहिए।
ज्योतिष के मुताबिक शनि के दोष दूर करने के लिए शनिवार को हनुमान जी के सामने घी का दीपक जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि शनिवार के दिन हनुमान जी की पूजा में किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए तो आइए जानते हैं।
शनिवार को सुबह जल्दी उठे और सभी कार्यों से निवृत हो जायें इसके बाद हनुमान जी की पूजा करें। पूजा में प्रसाद के रूप में गुड़ नारियल, लड्डू चढ़ाएं। दोपहर में गुड़, घी, गेहूं के आटे से बनी रोटी का चूरमा और शाम को फल आदि का भोग लगा सकते हैं।
पवनपुत्र हनुमान को चोला अर्पित करते समय चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर चढ़ाएं। पूजा करने वाले को ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। घर में साफ सफाई से रहे और गंदगी से बचने का प्रयास करें। शरीर और मन को भी स्वच्छ रखें। वही लाल या पीले रंग के पुष्प विशेष रूप से अर्पित कर सकते हैं इन पुष्पों में कमल, गेंदा, गुलाब आदि महत्वपूर्ण माने जाते हैं हनुमान जी को केसर के साथ घिसा लाल चंदन का तिलक लगाना शुभ माना जाता हैं।