खगड़िया। कुख्यात रामानंद यादव उर्फ पहलवान की हत्या के बाद से फरकिया क्षेत्र में कथित नक्सली गिरोह का प्रभाव बढ़ सकता है। अटपटा भूगोल व मकई की बढ़ रही फसल कथित नक्सलियों के लिए वरदान साबित हो सकता है।
करीब तीन दशक तक गिरोह की कमान संभाले रामानंद की हत्या के बाद से एक सवाल लोग कर रहे हैं कि अब गिरोह की कमान कौन संभालेगा। रामानंद गिरोह में उसका ही रिश्तेदार कृष्णा यादव प्रमुख भूमिका निभाता है, जो अभी लकवाग्रस्त है। रामानंद का एक बेटा जेल में है। ऐसे में अभी कहना मुश्किल होगा कि गिरोह की कमान कौन संभालेगा। कई किसानों का कहना है कि फरकिया में उन लोगों का बासा है, जहां मवेशी भी पालते हैं। रामानंद की हत्या के बाद से वे लोग रात में बासा पर नहीं सोते हैं और मवेशी को भगवान भरोसे छोड़कर घर चले आते हैं।
रामानंद की हत्या बाद खगड़िया व सहरसा पुलिस चौकस यह भी पढ़ें
Posted By: Jagran
डाउनलोड करें जागरण एप और न्यूज़ जगत की सभी खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस