मार्च में कंपनियों की निवेशकों के साथ अधिक बैठकें हुईं

मुंबई (Mumbai) . कोरोनावायरस (कोविड-19 (Kovid-19) ) वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के कारण अर्थव्यवस्था प्रभावित होने के बीच कंपनियां बैठकों, फोन कॉल और प्रस्तुतियों के जरिये निवेशकों और विश्लेषकों के साथ बातचीत करने में काफी तत्परता दिखा रही हैं. उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच वर्षों में मार्च में कंपनियों द्वारा निवेशकों और विश्लेषकों के साथ सबसे अधिक बैठकें हुईं.

एनएसई इन्फोबेस डॉट कॉम के आंकड़ों के अनुसार, मार्च 2019 में निवेशक आउटरीच कार्यक्रमों की कुल संख्या 2,609 थी जो बढ़कर मार्च 2020 में 2,728 हो गई. कंपनी प्रशासन संबंधी मुद्दों पर सलाह देने और कंपनी के निर्णयों पर मतदान में निवेशकों की मदद करने वाली फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज इंडिया (आईआईएएस) के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक अमित टंडन ने कहा कि निवेशक परिचालन बंद होने, उसकी अवधि और आपूर्ति श्रंखला संबंधी मुद्दों पर जानकारी हासिल करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं आई थी और इसलिए तमाम सवाल पैदा होने लगे. जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार दुनिया भर में 13 लाख से अधिक मामले सामने आए हैं.
इस महामारी के कारण हुई मौतों की संख्या 75,000 से अधिक हो चुकी है. इससे भारत सहित तमाम प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं बंद हो चुकी हैं. एनएसईइन्फोबेस डॉट कॉम का प्रबंधन करने वाली फर्म प्राइम डेटाबेस के प्रबंध निदेशक प्रणव हल्दीया के अनुसार एक अन्य कारक यस बैंक (Bank) को लेकर हो सकता है. इसके कारण भी मार्च के आरंभ में बैठकों की संख्या में तेजी हो सकती है.

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