कोरोना महामारी से जहा एक ओर पूरी दुनिया जूझ रही है, वही इस महामारी को फ़ैलाने वाला चीन अपने हरकतों से बाज़ नहीं आ रहा. बताया जा रहा है की चीन ने पाकिस्तान और आयरलैंड के बाद अब ब्रिटेन को भी चीन ने चूना लगा दिया है। ब्रिटेन की सरकार के नए टेस्टिंग चीफ ने स्वीकार किया है कि चीन से खरीदे गए 35 लाख एंटीबॉडी टेस्ट बेकार निकले हैं। इन एंटीबॉडी टेस्ट का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। चीन से मिले इस 'धोखे' के बाद बाद इस महामारी से निपटने में ब्रिटेन की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। चीन के इस घटिया एंटी बॉडी टेस्ट से ब्रिटेन की उम्मीदों को गहरा झटका लगा है।
द टाइम्स के मुताबिक टेस्टिंग के चीफ बनाए गए प्रफेसर जॉन न्यूटन ने कथित रूप से कहा है कि ये चीनी टेस्ट केवल उन्हीं लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता की पहचान कर पा रहे हैं जो कोरोना वायरस से गंभीर रूप से बीमार हैं। उन्होंने कहा कि ये एंटीबॉडी टेस्ट शुरुआती चरण पार नहीं कर पाए और व्यापक पैमाने पर इससे जांच नहीं की जा सकती है।
इस बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन के प्रवक्ता ने चेतावनी दी है कि अविश्वसनीय टेस्ट से 'बेहद गंभीर परिणाम' हो सकते हैं क्योंकि ये टेस्ट लोगों को उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता के बारे में झूठी दिलासा देंगे। इससे पहले ब्रितानी पीएम ने एंटीबॉडी टेस्ट को 'गेमचेंजर' करार दिया था। उन्होंने कहा कि इससे देश से लॉकडाउन को हटाने में काफी मदद मिलेगी। बोरिस इन दिनों कोरोना से जूझ रहे हैं और आईसीयू में भर्ती हैं।
इससे पहले कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे पाकिस्तान को उसके सदाबहार मित्र चीन ने ही 'धोखा' दे दिया था। दरअसल, चीन ने मेडिकल सप्लाई भेजने का वादा किया था और जब चीन से आए सामानों को खोलकर देखा गया तो पता चला कि एन-95 मास्क की जगह अंडरवेयर से बने मास्क पाकिस्तान को पकड़ा दिए गए हैं।
यूरोप के कई देशों ने भी इससे पहले शिकायत की थी कि चीन से भेजे गए मास्क और किट खराब गुणवत्ता के हैं। स्पेन और नीदरलैंड्स ने तो मेडिकल सप्लाई वापस करने का भी फैसला कर लिया।