संवाद सूत्र,कुचायकोट(गोपालगंज) : दोपहर के दो बजे हैं। सुबह आठ बजे से अपने घर से एक कप चाय पीकर इस केंद्र में पहुंची सलमा खातून को इस बात का ध्यान ही नहीं रहा कि दोपहर के खाने का वक्त बीत रहा है। इनके हाथ सिलाई मशीन पर लगातार चल रहे हैं। बीच-बीच में साथ काम कर रहीं पूनम देवी घर जाकर खाना खाकर आने के लिए कई बार टोक चुकी हैं। लेकिन बस, इससे बना लूं, का जवाब ही मिलता है।
कुचायकोट प्रखंड के सासामुसा में स्थित मंगलम जीविका संकुल स्तरीय केंद्र में पिछले दो दिन से दिन रात एक कर आधा दर्जन से अधिक जीविका दीदियां मास्क बनाने के काम में लगी हैं। ये जिला स्वास्थ्य समिति को आपूर्ति करने के लिए फेस मास्क तैयार कर रही हैं। पहली खेप में इन्हें पांच हजार फेस मास्क तैयार कर आपूर्ति करने को कहा है। एक दिन में ही जीविका दीदियों ने दो हजार फेस मास्क तैयार कर लिया है। मंगलवार की शाम तक फेस मास्क जिला स्वास्थ्य समिति को आपूर्ति करने के लिए यहां जीविका दीदियां दिन रात काम कर रही हैं। जीविका दीदियों के फेस मास्क उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाने से फेस मास्क की भारी कमी से परेशान स्वास्थ्य महकमे की परेशानी दूर हो गई है। सासामुसा में स्थित मंगलम जीविका संकुल स्तरीय केंद्र के साथ विभिन्न पंचायतों में मांग के अनुसार मास्क की आपूर्ति के लिए जीविका दीदी और पर्यवेक्षकों की पूरी टीम जुटी हुई है। जीविका के प्रखंड समन्वयक रजनीश कुमार बताते हैं कि स्वास्थ्य महकमा फेस मास्क की भारी कमी से जूझ रहा है। जिसे देखते हुए जिलाधिकारी अरशद अजीज ने जीविका दीदियों से मास्क तैयार कराने का निर्देश दिया है। जिस केंद्र पर फेस मास्क बनाया जा रहा है, उस जगह को प्रतिदिन सैनिटाइज किया जाता है। जीविका दीदी अपने हाथों को सैनिटाइज करने के बाद मुंह पर मास्क लगाती हैं और तब कार्य करती हैं। इन केंद्रों पर कुछ जीविका दीदी मास्क के लिए कपड़ा काटती हैं तो कुछ मास्क की सिलाई करती हैं। तैयार मास्क की पैकिग करने से पहले उसे भी सैनिटाइज किया जाता है। कपड़ा काटने से लेकर मास्क तैयार कर इसकी पैकिग करने तक इस बात का पूरा ध्यान रखा जाता है कि मास्क पूरी तरीके से सैनिटाइज और शुद्ध हो। फेस मास्क के निर्माण में लगीं जीविका दीदियों को सरकार के दिशा निर्देशों और मानकों को लेकर प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने बताया की पांच हजार मास्क जिला स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध करानी है। इसके अलावा तमाम ग्राम पंचायतों से भी मास्क के लिए उन्हें डिमांड प्राप्त हो रहा है । जैसे-जैसे मास्क की मांग हो रही है, उसकी के अनुसार जीविका दीदियों के सहयोग से मास्क तैयार कर उसकी आपूर्ति की जाएगी ।