बॉलीवुड के दिग्गज कलाकार जितेंद्र का आज अपना 78वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह अपने समय के एक मशहूर कलाकार रह चुके हैं। जोश व उत्साह के साथ फिल्मों में डांस करने के चलते बॉलीवुड में वह आज भी 'जम्पिंग जैक' के नाम से जाने जाते हैं। जितेंद्र का असली नाम रवि कपूर है, लेकिन उनके सहकर्मी और प्रशंसक उन्हें जीतू के नाम से बुलाना ज्यादा पसंद करते हैं।बॉलीवुड में उन्होंने अपनी शुरुआत वी.शांताराम की फिल्म नवरंग से की। इसके बाद उन्होंने 'गीत गाया पत्थरों ने' (1964), 'फर्ज' (1967), 'कारवां' (1971), 'परिचय' (1972), 'खूशबू' (1975), 'किनारा' (1977), 'धरम वीर', 'जुदाई' (1980), 'मेरी आवाज सुनो' (1981), 'हिम्मतवाला' (1983), 'खुदगर्ज' (1987) सहित कई और हिट फिल्में दीं, जिसने उन्हें सुपरस्टार बनाया। जितेंद्र ने मुख्य किरदार के तौर पर 200 से अधिक फिल्मों में काम किया, जिसमें से 120 से अधिक फिल्में हिट रहीं। वह साठ से लेकर नब्बे के दशक तक फिल्मों में सक्रिय रहे, लेकिन सत्तर व अस्सी के दशक में उन्होंने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री पर राज किया। हेमा मालिनी, रेखा और रीना रॉय सहित उस जमाने की तमाम अभिनेत्रियों संग उनकी जोड़ी को लोगों ने उस वक्त खूब पसंद किया। जितेंद्र अपनी एक खास शैली के लिए ज्यादा मशहूर हुए और उनकी यही शैली 'नैनों में सपना' (हिम्मतवाला), 'ताकी ओ ताकी' (हिम्मतवाला) और 'ढल गया दिन' (हमजोली) जैसे गानों में उभरकर सामने आई, जिन्हें उनके प्रशंसकों द्वारा आज भी खूब याद किया जाता है।