पटना, जेएनएन। अप्रैल व मई में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ने की आशंका को खत्म करने के लिए सरकार ने सबसे ज्यादा आशंकित पटनासिटी और फुलवारीशरीफ के हर घर को सैनिटाइज कराने का निर्णय लिया है। इसके लिए पूरे पटना जिले को पांच क्षेत्र में बांटा गया है। नगर निगम की टीम के साथ इसमें आशा, बीएलओ और अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी अपना सहयोग देंगे। घर सैनिटाइज करने के बाद ये कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिए गए प्रश्नों की बाबत जानकारी प्राप्त कर उसे भरेंगे। यह जानकारी सिविल सर्जन डॉ. राजकिशोर चौधरी ने सोमवार को दी।
सिविल सर्जन ने बताया कि कोरोना संक्रमण का सर्वाधिक खतरा पटनासिटी और फुलवारीशरीफ इलाके में आशंकित है। ऐसे में इस क्षेत्र के हर घर को सबसे पहले सैनिटाइज कराया जाएगा। सरकार के निर्देश पर कोरोना से बचाव के लिए प्रश्नों का एक फार्मेट बनाया गया है। इसमें घर के हर सदस्य की ट्रेवल हिस्ट्री, सर्दी-खांसी या बुखार तो नहीं है, इस बीच कोई बाहर से आया तो नहीं है जैसी जानकारियां ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि विगत कई दिनों से कोरोना पॉजिटिव के केस नहीं आए हैं लेकिन खतरा टला नहीं है। ऐसे में हमें कोरोना चेन तोडऩे के लिए बचाव के उपाय करने का समय मिला है। इसमें सभी लोगों के सहयोग से सुरक्षा कवच तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है।
बाहरी व्यक्तियों के पहचानने का सर्वे तेज
जिला प्रशासन की तरफ से उपलब्ध कराई गई सूची के आधार पर नूतन राजधानी अंचल ने विदेशी और दूसरे राज्यों से आए लोगों की पहचान की जा रही है। सफाई निरीक्षक सूची के आधार पर पहचान में जुटे हैं। सभी अंचलों को नयी सूची मिली है। खोजने में स्थानीय नागरिक सहयोग नहीं कर रहे हैं। सफाई निरीक्षकों ने बताया कि पता स्पष्ट नहीं है। इस कारण पहचान में कठिनाई हो रही है। सोमवार के सर्वे रिपोर्ट कार्यालय बंद रहने के कारण नहीं आई।