नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली से भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) के सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर द्वारा अपनी सांसद निधि से की गई 50 लाख रुपये की पेशकश को दिल्ली सरकार द्वारा स्वीकार नहीं किए जाने की बात कहने के बाद, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि रुपयों की समस्या नहीं है बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों के लिये सुरक्षा उपकरणों की उपलब्धता नहीं होना समस्या है। गौतम गंभीर के 50 लाख रुपये की पेशकश के जवाब में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा लिखा था, 'गौतम जी, आपके प्रस्ताव के लिए धन्यवाद. समस्या पैसों की नहीं, बल्कि पीपीई किट की उपलब्धता की है। अगर आप हमें तुरंत कहीं से पीपीई किट दिलाने में हमारी मदद करते हैं तो हम आभारी होंगे। दिल्ली सरकार उन्हें खरीद लेगी। धन्यवाद। " अरविंद केजरीवाल के इस ट्वीट पर गौतम गंभीर ने जवाब दिया है।
गौतम गंभीर ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'अरविंद जी, पहले आपके ही उपमुख्यमंत्री ने दावा किया था कि पैसों की कमी है।अब आप उनके विरोधाभासी बात कर रहे हैं। अब आप कह रहे हैं कि पैसों की नहीं किट्स की कमी है। खैर, 1000 PPE किट्स मंगवा ली है। कृपया मुझे बताएं कि उन्हें कहां डिलिवर किया जा सकता है। यह बातों का नहीं, बातें करने समय खत्म हो चुका है, यह बस जुट जाने का समय है। आपकी प्रतिक्रिया का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं।'
Arvind ji, first ur Deputy claims shortage of funds. Now u contradict him & say there is shortage of kits Anyway, procured 1000 PPE kits. Please let me know where they can be delivered. Time for talks is over, it is time to ACT. Eagerly waiting for ur response #DelhiNeedsHonesty https://t.co/Q4Fz4XzTDv
गौतम गंभीर ने पहले क्या किया था ट्वीट
गंभीर ने एक ट्वीट में कहा कि केजरीवाल और उनके उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का 'बड़ा अहं' उन्हें स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से 50 लाख रुपये नहीं लेने दे रहा। गंभीर ने ट्वीट किया, 'मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके उप मुख्यमंत्री ने कहा था कि कोष की जरूरत है, लेकिन उनका अहं मेरे एलएडी फंड से 50 लाख रुपये लेना स्वीकार नहीं कर रहा। इसलिए मैं 50 लाख रुपये और जोड़ रहा हूं, ताकि निर्दोष लोगों को परेशानी न हो। एक करोड़ रुपयों से कम से कम मास्क और पीपीई की तात्कालिक जरूरत पूरी हो जाएगी। उम्मीद है कि वे दिल्ली को प्राथमिकता देंगे।' इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'गौतम जी, आपकी पेशकश के लिये शुक्रिया। समस्या पैसों की नहीं पीपीई किटों की उपलब्धता की है। हम बहुत शुक्रगुजार होंगे अगर आप उन्हें तत्काल कहीं से दिलाने में हमारी मदद कर सकें। दिल्ली सरकार उन्हें खरीद लेगी। शुक्रिया।'
Gautam ji, thank u for ur offer. The problem is not of money but availability of PPE kits. We wud be grateful if u cud help us get them from somewhere immediately, Del govt will buy them. Thank u. https://t.co/YtFP4MjYo3
जानें पूरा विवाद?
गौतम गंभीर ने केजरीवाल को सोमवार को लिखे गए एक पत्र में कहा था कि उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली के कई सरकारी अस्पतालों में बढ़ती चिकित्सीय उपकरणों की मांगों को पूरा करने के लिए धन की जरूरत है। गंभीर ने पत्र में लिखा, 'दो सप्ताह पहले मैंने 50 लाख रुपये देने की बात कही थी, मैं आगे भी आपके कार्यालय को अपने एमपीएलएडी कोष से 50 लाख रुपये देने की इस उम्मीद में पेशकश करता हूं कि इस धन का इस्तेमाल चिकित्साकर्मियों के लिए उपकरण खरीदने और कोविड-19 के इलाज में हेागा। '' गंभीर ने इससे पहले आप सरकार पर इस मुद्दे पर 'घड़ियाली आंसू बहाने' और विक्टिम कार्ड (पीड़ित दिखने) खेलने का आरोप लगाया था और पीपीई किट और मास्क खरीदने के लिए 50 लाख रुपये की पेशकश की थी लेकिन इस पर कोई जवाब दिल्ली सरकार की ओर से नहीं आया था।
केजरीवाल ने शनिवार को कहा था कि उन्होंने पीपीई किट के लिये केंद्र सरकार से मांग की है लेकिन एक भी नहीं मिला। उन्होंने हालांकि सोमवार को कहा कि केंद्र ने दिल्ली के लिये 27,000 पीपीई किट आवंटित किये हैं और उम्मीद जताई कि वो दो दिनों के अंदर सरकार को मिल जाएंगे।
दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले 525 हुए, 7 की मौत
दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 525 हो गई जबकि अब तक इससे सात व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन मामलों में 329 वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने पिछले महीने निजामुद्दीन में आयोजित धार्मिक सम्मेलन में हिस्सा लिया था। कुल मामलों में से 168 लोग वह हैं जो या तो विदेश गए थे या हाल ही में विदेश से लौटे संक्रमित लोगों के सीधे संपर्क में आए थे। 28 मामलों की अभी ''जांच'' की जा रही है। कुल मामलों में से 19 लोगों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिल चुकी है और एक व्यक्ति विदेश चला गया है। वर्तमान में 498 लोग अस्पताल में उपचाराधीन हैं। कोविड-19 के कारण सात लोगों की मौत हो चुकी है।