नई दिल्ली (New Delhi) . देश में कोविड संकट के बीच तबलीगी जमात प्रकरण के बाद उपजे सूरत (Surat)ेहाल पर मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों ने चिंता जताई है. नई दिल्ली (New Delhi) में जारी एक बयान में इस मामले पर अफसोस जताते हुए कहा गया कि कुछ संगठनों और कुछ लोगों को निशाना बनाकर पूरे माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में मौलाना सैयद कल्बे सादिक, मौलाना खालिद रशीद फिरंगीमहली, मुफ्ती मुर्करम अहमद, प्रोफेसर इरफान हबीब, डॉ. सय्यदा सय्यदैन हमीद आदि हैं. इसमें कहा गया है कि ऐसी मानसिकता तैयार करने की कोशिश की जा रही है कि मुस्लिम समाज कोरोना की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों में बाधक है. इसकी निंदा करते हुए साफ किया गया है कि दुनिया में जिसमें हिन्दुस्तान भी शामिल है, सेवा दे रहे चिकित्सा कर्मियों के साथ पूरा सहयोग करते हुए उनका हौसला बढ़ाया जाए.
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