नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात की मरकज से कोरोना संक्रमित लोगों के बड़ी तादात में सामने आने के बाद देश में कोरोना का खतरा बढ़ गया है। देश के कई राज्यों में फैले इन जमातियों की वजह से कोरोना भारत में सामुदायिक तौर पर बढ़ने के लिए तैयार है।
वहीँ, इस तबलीगी जमात के निर्माण पर भी अब पैनी नजर रखी जा रही है। बताया जा रहा है कि इस मरकज में बड़े स्तर पर अवैध निर्माण किया गया है। जिसकी शिकायत पिछले छह साल से की जा रही थी, लेकिन दक्षिणी निगम के अधिकारी कार्रवाई करने से बच रहे थे।
Good News: दूसरों की छुई गई चीजों से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बेहद कम
गृह मंत्रालय तक हुई है शिकायत नगर निगम के अधिकारियों की माने तो इस जमात के पास ढाई मंजिल की इजाजत थी लेकिन उन्होंने 9 मंजिला इमारत खड़ी कर ली। इतना ही नहीं इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल, दिल्ली सरकार और गृह मंत्रालय तक शिकायत की जा चुकी है लेकिन 6 साल बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मिल गया कोरोना का इलाज! इस विटामिन की डोज से ठीक हो रहे हैं कोरोना के मरीज
खड़ी कर ली इमारत सूत्रों की माने तो मरकज की जगह वाला प्लॉट रिहायशी इलाके में लगभग 200 वर्ग गज का है। नियम है कि दिल्ली में रिहायशी इलाके में कोई भी इमारत 15 मीटर से ऊंची नहीं बन सकती, लेकिन मरकज की इमारत लगभग 25 मीटर ऊंची हैं। इस इमारत में दो बेसमेंट और 6 फ्लोर बने हैं, जो बिना नक्शा पास करवाए बनवाए गए हैं।
जानकारों की माने तो इस इमारत का 1992 में ढाई मंजिला इमारत का नक्शा पास करवाया गया था, जो केवल आधी इमारत का था। लेकिन 1995 के बाद नए सिरे से इस इमारत को बनवाया गया और नियमों को ताक पर रखकर इमारत को 25 मीटर ऊंचा बना दिया गया, जिसका नक्शा भी पास नहीं करवाया गया है।
अपने शहर की प्राइवेट लैब पर ऐसे करा सकते हैं आप कोरोना संक्रमण की जांच, इतनी होगी फीस
मरकज का मालिक इतना है नहीं नगर निगम के अधिकारियों की माने तो मरकज के प्रबंधकों को कई बार इमारत के निर्माण वाली जगह के मालिकाना हक के दस्तावेज देने को कहा गया था। लेकिन प्रबंधकों ने कभी भी निगम को मालिकाना हक के दस्तावेज नहीं सौंपे, इसलिए अभी तक यही पता नहीं चल पाया है कि ये मरकज है किसकी।
कोरोना की वजह से दुनियाभर में बढ़े मानसिक मरीज, पढ़ें स्पेशल रिपोर्ट
घनी आबादी के लिए खतरा वहीँ, इस बारे में भी मरकज के बारे में शिकायत की गई है कि मरकज जिस इलाके में हैं वो एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां अगर कभी आग जैसी घटनाएं होती भी है तो बहुत बड़ी तादात में लोगों की जानें जा सकती है। इस बारे में दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक अतुल गर्ग का कहना है कि मरकज की इमारत के पास फायर एनओसी है या नहीं इसकी जांच की जा रही है। अगर इमारत का एनओसी नहीं हुआ तो इमारत पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यहां पढ़ें कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरें