कोरोना वायरस से लड़ाई में विटामिन डी कितना हो सकता हैं मददगार, जाने

कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे में डबलिन के शोधकर्ताओं ने एक नए शोध में दावा किया है कि विटमिन डी की खुराक Covid-19 जैसे श्वसन संक्रमण को रोक सकता है व संक्रमित लोगों में संक्रमण की गंभीरता का कम कर सकता है.

टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी डबलिन (टीयू डबलिन) के डॉ डैनियल मैककार्टनी व सेंट जेम्स हॉस्पिटल व स्कूल ऑफ मेडिसिन, ट्रिनिटी के डॉ डेक्लान बर्न की सलाह है कि व्यस्कों को प्रति दिन 20-50 माइक्रोग्राम विटामिन डी लेनी चाहिए.
उन्होंने बोला कि मौजूदा स्वास्थ्य दिशानिर्देश में पहले से ही यह दी जाती रही है कि बड़ी आयु के व्यस्कों का विटामिन डी के सप्लीमेंट लेने चाहिए. लेकिन अब हमारी सलाह है कि सभी अस्पताल के रोगियों, नर्सिंग होम रेजिडेंटस, विशेष रूप से फ्रंटलाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ताओं को भी विटामिन डी सप्लीमेंट के तौर पर अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
एक रिपोर्ट के मुताबिक आयरिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन में कोविड-19 के विरूद्ध विटामिन का जरूरी माना है.
शोधकर्ताओं ने सलाह देते हुए बोला कि विटामिन डी की 20-50 माइक्रोग्राम प्रति दिन की खुराक आने वाले तीन से छह महीनों में कोविड-19 संक्रमण के जोखिम को दूर करने के लिए एक अल्पकालिक तरीका है.
ह्यूमन न्यूट्रिशन एंड डायटेटिक्स के एक व्याख्याता डॉ मेकार्टनी ने बोला कि विटामिन डी की कमी आयरलैंड में आमतौर पर देखी जा सकती है. विशेष रूप से वृद्ध लोगों, नर्सिंग होम निवासियों व अस्पताल के रोगियों में, जो कोविड -19 सहित अन्य वायरल श्वसन संक्रमण के जोखिम व गंभीरता को बहुत ज्यादा बढ़ा सकती है.
उन्होंने बोला कि विटामिन डी के प्रति दिन 20-50 माइक्रोग्राम की खुराक कोविड-19 से बचने के लिए एक सस्ता व सुलभ तरीका है.
शोधकर्ताओं ने बोला कि कम विटामिन डी स्तर वाले लोगों में तीव्र श्वसन पथ संक्रमण व निमोनिया का खतरा अधिक होता है व इसे पूरक के रूप में लेने से तीव्र श्वसन पथ के संक्रमण की आसार व गंभीरता कम हो सकती है. व यह अल्पकालिन तरीका उस समय बेहद महत्वपूर्ण है जब हमारे में पास कोविड-19 को रोकने के लिए कोई टीका उपलब्ध नहीं है.

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