पटना। रविवार की रात शहर में दिवाली का नजारा दिखा। कोरोना वायरस की चेन को तोड़ने के लिए लोग दृढ़ संकल्प के साथ खड़े थे। रात के नौ बजते ही शहर के घरों में जल रहे बिजली के बल्ब कुछ देर के लिए बंद पड़े तो दीये, मोमबत्तियों और मोबाइल की फ्लैश लाइटों से निकले प्रकाश ने पहले से कहीं ज्यादा रोशनी पैदा कर दी। दीये और मोमबत्ती के प्रकाश से पूरा शहर जगमगा उठा । इस अद्भुत पल का साक्षी पूरा शहर बना। घरों में जहां आकर्षक रंगोली पर दीये के प्रकाश जगमगा उठा तो मंदिरों के परिसर शंख की ध्वनि के साथ दीपक के प्रकाश से प्रकाशवान हो उठे। वैदिक मंत्रों के उच्चारण करते पुजारी दीपों को जलाने के साथ कोरोना जैसे महामारी को देश से दूर करने को लेकर भगवान के दरबार में प्रार्थना करते नजर आए। रात नौ बजे से लेकर नौ मिनट तक जो जहां था वही सोशल डिसटेंस मेंटेन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के विचारों को सार्थक करने में लगे रहे।
घंटे और शंख बजने के साथ मंदिरों में जले घी के दीये
शहर के सुप्रसिद्ध पटना जंक्शन स्थित हनुमान मंदिर में पुजारी रविवार की रात नौ बजे घी के 108 दीये जलाकर रामलला से देश को कोरोना से मुक्त करने के लिए प्रार्थना करते रहे। मंदिर परिसर में नौ मिनट तक दीये के प्रकाश और मंत्रों का उच्चारण देखते बन रहा था। मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने कहा कि मंदिर के स्टोर रूम में कुछ दीये पहले से रखे थे, जिसे मंदिर के पुजारी उसे धोकर पूजन के लिए प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब मंदिर में कोई भक्त नहीं बल्कि मंदिर के पुजारी दीपक को जलाते हुए देश और समाज की कुशलता के लिए प्रार्थना करते नजर आए।
मंदिर के भवन में उपर से लेकर नीचे परिसर मे दीप जगमगाते रहे। हालांकि आम श्रद्धालुओं के लिए मंदिर परिसर बंद रहा। पटनदेवी में भी फैली दीयों की रोशनी शक्तिपीठ छोटी पटन देवी में भी मंदिर के पुजारियों ने 108 दीपक जलाकर मां शक्ति से प्रार्थना की। मंदिर के पुजारी बाबा विवेक द्विवेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री की बातों को आत्मसात करते हुए लोगों ने अपने घरों में दीपक जला कर देश की एकता का बड़ा सबूत दिया है। उन्होंने कहा कि मंदिर में दीपक जलाने को लेकर सुबह से व्यवस्था की गई थी। वही बड़ी पटन देवी मंदिर में भी काफी संख्या में घी के दीपक जलाए गए। मंदिर के पुजारी विजय शंकर गिरी ने कहा कि दीपक के प्रकाश से लोगों के जीवन में छायाअंधेरा दूर होगा।