अनियमित जीवनशैली और गलत खानपान के वजह से शरीर में कई तरह की समस्या हो जाती है। यूरिक एसिड का बढ़ना भी इन्हीं समस्याओं में से एक है। इसके बढ़ने से शरीर पर कई तरह के असर पड़ते हैं। किडनी की फिल्टर करने की क्षमता जब कम हो जाती है तो ये समस्या बढ़ जाती है। यूरिक एसिड की मात्रा बढ़कर गठिया का रूप ले लेता है। गठिया होने पर जोड़ों में दर्द और सूजन होने लगता है, जो कई बार असहनीय हो जाता है। हालांकि इसे नियंत्रित करने के लिए आप घर पर कुछ आसान तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से...
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण जोड़ों में दर्द उठने-बैठने में परेशानी उंगलियों में सूजन या चुभन जोड़ों में गांठ हाथ-पैरों में असहनीय दर्द थकान महसूस करना
यूरिक एसिड के नियंत्रण के लिए गाजर का जूस गाजर और चुकंदर दोनो में फाइबर की बहुत अधिक मात्रा होती है, जो यूरिक एसिड को कंट्रोल कर सकते हैं। अगर आपको हाई यूरिक एसिड की समस्या है तो गाजर और चुकंदर के जूस को अपने आहार में शामिल करें।
नींबू पानी यूरिक एसिड को करेगा कम यूरिक एसिड के बढ़ने से शरीर के जोड़ों में दर्द होने लगता है। इसकी मात्रा को कम करने के लिए आपको अपने पानी के इनटेक पर ध्यान देना चाहिए। इसके लिए आपको खूब पानी पीना चाहिए। यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल करने के लिए आप नींबू पानी भी ले सकते हैं। नींबू में पाए जाने वाला साइट्रिक एसिड यूरिक एसिड के बढ़े स्तर को नियंत्रित कर सकता है।
यूरिक एसिड बढ़ने पर लें खीरे का जूस पोटेशयम और फॉफोरस के गुणों से भरपूर खीरे का जूस किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करते हैं, जिसके वजह से यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित रहता है। यह जूस यूरिक एसिड के लक्षण जैसे सूजन, दर्द वगैरह को भी कम करता है।
ग्रीन टी से करें यूरिक एसिड को नियंत्रित ग्रीन टी पीने से आप यूरिक एसिड के स्तर नियंत्रित कर सकते हैं।